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Up Kiran, Digital Desk: ओडिशा की एक आदिवासी किसान की बेटी, लीज़ा माझी, ने वाकई कमाल कर दिया है! उन्होंने न सिर्फ मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम NEET को क्लियर किया है, बल्कि सुंदरगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एडमिशन भी पक्का कर लिया है। यह लीज़ा के संघर्ष और शिक्षा के प्रति उनकी लगन का नतीजा है।

लीज़ा की शिक्षा की शुरुआत बमरॉ के ओडिशा आदर्श विद्यालय (OAV) से हुई, जहाँ उन्होंने 82% अंकों के साथ मैट्रिक पास किया। इसके बाद, उन्हें भुवनेश्वर के OAV Iconic में साइंस की पढ़ाई के लिए चुना गया, जहाँ उन्होंने 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 81.6% अंक हासिल किए।

KGBV से मिली मजबूती, बनीं डॉक्टर

उनका यह सफर 2021 में बमरॉ के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) से शुरू हुआ था। लीज़ा ने बताया कि KGBV ने उन्हें न सिर्फ मुफ्त आवासीय शिक्षा दी, बल्कि अच्छी मेंटरशिप और हर तरह का सपोर्ट भी दिया, जिसने उनके अकादमिक रास्ते को संवारने में बहुत मदद की।

 KGBV, केंद्र सरकार की एक ऐसी खास पहल है जो ज़रूरतमंद और स्कूल न जाने वाली वंचित समुदायों की किशोरियों को अच्छी शिक्षा देती है।

अपनी लगन और मेहनत से लीज़ा ने NEET क्लियर किया और डॉक्टर बनने का अपना सपना सच कर दिखाया। KGBV के एक अधिकारी ने कहा, “लीज़ा की सफलता सिर्फ एक व्यक्तिगत जीत नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण ओडिशा की अनगिनत लड़कियों के लिए उम्मीद का प्रतीक है। KGBV से मेडिकल कॉलेज तक का उनका सफर दिखाता है कि शिक्षा सशक्तिकरण का सबसे शक्तिशाली जरिया है।”

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