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Up Kiran , Digital Desk: गदरपुर की सियासत इन दिनों भीतर ही भीतर खदबदाती आग की तरह सुलग रही है जिसकी चिंगारियां अब सार्वजनिक मंचों से उठने लगी हैं। भाजपा के वरिष्ठ विधायक अरविंद पांडेय ने दिनेशपुर में एक कार्यक्रम के दौरान जिस प्रकार से पार्टी के भीतर छुपे तथाकथित 'भगवा माफिया' पर तीखा हमला बोला उसने सत्तारूढ़ दल की अंदरूनी खींचतान को खुलकर सामने ला दिया है।

वीडियो क्लिप में पांडेय कहते हैं "कुछ लोगों ने भगवा चोला पहनकर लोगों की इज्जत को खत्म करने का काम किया है। ऐसे लोग किसी दल के नहीं होते वे केवल अपने स्वार्थ सिद्ध करने के लिए राजनीति करते हैं।"

इस बयान के बाद से राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि पांडेय ने यह हमला सीधे तौर पर भाजपा के ही एक धड़े पर बोला है जो कथित रूप से भूमाफिया से मिला हुआ है और गदरपुर क्षेत्र में जमीनों पर अवैध कब्जा कर रहा है।

“माफिया भगवा चोले में”: राजनीतिक आरोप या सच्चाई का आईना

दिनेशपुर में आयोजित एक सभा में बोलते हुए विधायक पांडेय ने खुलकर कहा कि "कुछ लोग जानते हैं कि जब तक मैं विधायक हूं वे सीधे जमीनों पर कब्जा नहीं कर सकते। इसलिए भगवा चोला पहनकर पार्टी में घुस गए हैं। लेकिन मैं ऐसे लोगों से विचलित नहीं होता।"

यह बयान न केवल अंदरूनी गुटबाज़ी को उजागर करता है बल्कि भाजपा की 'सांस्कृतिक राष्ट्रवाद' की छवि पर भी सवाल उठाता है – जब भगवा चोला भ्रष्ट स्वार्थों का आवरण बन जाए तो विचारधारा पर भी चोट होती है।

किसानों के समर्थन में पांडेय जमीन घोटाले पर प्रशासन को घेरा

विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि दिनेशपुर में कुछ भूमाफियाओं ने अधिकारियों की मिलीभगत से कच्ची जमीनों को पक्के रिकॉर्ड में बदल दिया और गरीब किसानों की जमीनों पर कब्जा कर लिया। पांडेय का दावा है कि उन्होंने इस पूरे मामले को एसडीएम डीएम और कमिश्नर तक पहुंचाया और कई किसानों की जमीनों को मुक्त भी कराया।

उन्होंने कहा "गरीबों की मिट्टी को छीनने वालों को मिट्टी में मिला दूंगा। दिनेशपुर की इज्जत लूटने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।"

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