
बॉलीवुड में 80 और 90 के दशक का दौर कई प्रतिष्ठित अभिनेत्रियों के लिए यादगार रहा। इसी दौर में एक अभिनेत्री ने अपनी दमदार अभिनय क्षमता और डांसिंग स्किल के बल पर एक अलग मुकाम हासिल किया—माधुरी दीक्षित। वह उस समय की सबसे महंगी और लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया, लेकिन एक फिल्म के दौरान उनके करियर में ऐसा मोड़ आया जब एक सीन को लेकर निर्देशक से उनका टकराव हो गया।
साल 1989 की बात है
इस वर्ष टीनू आनंद फिल्म ‘शनाख्त’ बना रहे थे, जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित को मुख्य भूमिकाओं के लिए साइन किया। इससे पहले टीनू और अमिताभ साथ में 'कालिया' और 'शहंशाह' जैसी फिल्मों में काम कर चुके थे। फिल्म में एक सीन को लेकर माधुरी और टीनू के बीच गंभीर मतभेद हो गए थे।
कौन सा था विवादित सीन
फिल्म में एक सीन था जिसमें अमिताभ बच्चन जंजीरों में बंधे होते हैं और गुंडे उन पर हमला करने की कोशिश करते हैं। इसी दौरान माधुरी को बीच में आकर कहना होता है, “जंजीरों में बंधे आदमी पर हमला क्यों, जब सामने एक महिला खड़ी है।”
टीनू आनंद का दावा है कि उन्होंने माधुरी को फिल्म साइन करने से पहले इस सीन की पूरी जानकारी दे दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि सीन में उन्हें ब्लाउज उतारकर ब्रा में दिखाया जाना था, और इसे बेहद गंभीर और निर्णायक दृश्य के तौर पर प्रस्तुत किया जाना था।
शूटिंग के दिन हुआ इनकार
शूटिंग के पहले दिन माधुरी ने अचानक सीन करने से मना कर दिया। टीनू आनंद ने उनसे कहा कि अगर वे ऐसा नहीं कर सकतीं तो उन्हें फिल्म छोड़नी होगी। उन्होंने साफ कहा, “पैक अप करो, और फिल्म को अलविदा कहो।”
यह मामला इतना बढ़ गया कि अमिताभ बच्चन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने स्थिति को शांत करने की कोशिश की और कहा कि यदि माधुरी को आपत्ति है तो जबरदस्ती न की जाए। टीनू का कहना था कि आपत्ति पहले ही जताई जानी चाहिए थी, न कि शूटिंग के दिन।
अंत में माधुरी ने किया सीन
कुछ समय बाद माधुरी के पीए ने टीनू को बताया कि वह सीन करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद फिल्म की शूटिंग आगे बढ़ सकी।
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