Up Kiran, Digital Desk: प्रयागराज के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पीपल गांव में भूमि विवाद के कारण एक गंभीर घटना सामने आई है। पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार के साथ हुए हमले ने न केवल उनकी सुरक्षा को खतरे में डाला बल्कि स्थानीय लोगों के बीच जमीन संबंधी गैरकानूनी कब्जों को लेकर चिंता भी बढ़ाई है। ये प्रकरण सिर्फ एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है बल्कि इलाके में संपत्ति सुरक्षा और कानून के शासन पर बड़ा असर डालता है।
आरोपी तुरंत गिरफ्त में
घटना की शिकायत मिलते ही पुलिस प्रशासन ने तुरंत कड़ा रुख अपनाया और 24 घंटे के भीतर तीन आरोपियों को अरेस्ट किया। इनमें प्रमुख बिल्डर जेपी दुबे, सुनील पासी और विकास पासी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि जेपी दुबे के नेतृत्व में आरोपियों ने सोनू कुमार के विरुद्ध हमला कराया और उन्हें धमकी दी। इस तेजी से हुई गिरफ्तारी से पुलिस की सक्रियता और सामान्य जनता के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता झलकती है।
माफिया अतीक अहमद के प्रभाव की गूंज
जांच में यह बात भी सामने आई कि जेपी दुबे का संबंध अतीक अहमद नामक कुख्यात माफिया से रहा है। अतीक के जमीन कारोबार में जुड़ाव और उस पर पहले भी छापेमारी हो चुकी है। अतीक के गिरोह का नेटवर्क टूटने के बावजूद उसके लोग अब भी छुपकर अवैध गतिविधियां कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि जमीन हड़पने और कब्जे को लेकर गहराई से जुड़े समूह अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं।
रियल एस्टेट और अवैध कब्जे
जेपी दुबे का रियल एस्टेट क्षेत्र में प्रभाव काफी बढ़ चुका था। वह अपने समर्थकों के बल पर जमीनों पर ज़बरदस्ती कब्जा कर रहा था और उसकी इस हरकत से आम जनता की जमीनों को प्रत्यक्ष खतरा था। इस मामले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार की करोड़ों की संपत्ति पर भी उसकी नजर थी, जिसके चलते इस मामले ने व्यापक रूप ले लिया।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस ने इस मसले पर विशेष ध्यान देते हुए डीसीपी अभिषेक भारती के निर्देशन में तत्काल एक जांच टीम गठित की। इस टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को पकड़ लिया। एयरपोर्ट थाना प्रभारी विनय सिंह की सूझबूझ और पुलिस की सटीक जानकारी ने गिरफ्तारी प्रक्रिया को सफल बनाया। यह घटना स्थानीय प्रशासन की जमीन विवादों के प्रति कड़े रवैये को मजबूती देती है।
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