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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की लोक गायिका, जिनकी मीठी आवाज और सादगी ने लाखों दिलों पर राज किया है, वो हैं मैथिली ठाकुर। लेकिन इन दिनों वह अपने गानों से ज्यादा एक अलग ही वजह से चर्चा में हैं - क्या वह राजनीति में आने वाली हैं?

यह सवाल तब उठना शुरू हुआ जब हाल ही में उनकी कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिनमें वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बड़े-बड़े नेताओं के साथ मुलाकात कर रही थीं। इन मुलाकातों के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में यह अटकलें तेज हो गई हैं कि शायद आने वाले विधानसभा चुनाव में हमें मैथिली ठाकुर एक नए रोल, यानी एक नेता के रूप में दिख सकती हैं।

किससे हुई वह 'खास' मुलाकात: पटना में मैथिली ठाकुर की मुलाकात पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी जैसे बड़े चेहरों से हुई। यह कोई छोटी-मोटी मुलाकात नहीं थी, और जैसे ही इसकी तस्वीरें बाहर आईं, सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया।

क्यों है यह इतनी बड़ी खबर: मैथिली ठाकुर सिर्फ एक गायिका नहीं हैं।

वह बिहार, खासकर मिथिला की संस्कृति का एक बड़ा चेहरा हैं।

उनकी साफ-सुथरी छवि और युवाओं के बीच जबरदस्त लोकप्रियता उन्हें किसी भी राजनीतिक दल के लिए एक बहुत मजबूत उम्मीदवार बनाती है।

वह पहले से ही बिहार सरकार के लिए खादी और हस्तशिल्प की ब्रांड एंबेसडर भी हैं, यानी वह सरकार और सार्वजनिक जीवन से पहले से ही जुड़ी हुई हैं।

ऐसे में उनका चुनाव लड़ना एक बहुत बड़ा कदम हो सकता है।

तो इन अटकलों पर खुद मैथिली ने क्या कहा: जब पत्रकारों ने उनसे इस बारे में पूछा, तो मैथिली ने बहुत ही सधा हुआ और 'सियासी' जवाब दिया। उन्होंने न तो इनकार किया, और न ही हामी भरी, जिससे अटकलें और भी बढ़ गईं।

उन्होंने इन मुलाकातों को सिर्फ एक "शिष्टाचार भेंट" बताया।
उन्होंने कहा, “मेरा काम कला और संस्कृति की सेवा करना है... आगे ईश्वर की जो इच्छा होगी, वही होगा। अगर लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा, तो जरूर करूंगी।”