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Up Kiran, Digital Desk: अहमदाबाद में 12 जून को हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में कई लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों के शव पूरी तरह जल गए थे। इससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। इसके लिए मृतकों के परिजनों का डीएनए टेस्ट करवाकर शव उन्हें दिए जा रहे हैं। अब मृतकों के परिजनों तक पहुंचने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस भीषण हादसे में 241 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान AI-171 उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघनगर में मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की बिल्डिंग से टकरा गया। इस हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
आधी रात को कॉल और तत्काल आदेश
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया ने अचानक वडोदरा स्थित ताबूत निर्माता नेल्विन राजवाड़ी को कॉल किया और उन्हें 100 ताबूत बनाने का आदेश दिया। शवों को सुरक्षित उनके परिजनों तक पहुंचाने के लिए ताबूतों की तत्काल आवश्यकता थी। एयर इंडिया के एक अधिकारी ने शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे अचानक वडोदरा स्थित ताबूत निर्माता नेल्विन राजवाड़ी को कॉल किया और कहा, "हमें जल्द से जल्द 100 ताबूत चाहिए।"
नेल्विन पिछले 30 सालों से यह काम कर रहे हैं और 'ऑल इंडिया एम्बुलेंस सर्विस' भी चलाते हैं। उन्होंने कहा, "इतनी बड़ी संख्या में ताबूत एक साथ बनाना बहुत मुश्किल था, लेकिन समय की गंभीरता को देखते हुए हमने रुका नहीं। हमने तुरंत काम शुरू कर दिया।"
टीम ने बहुत तेजी से काम किया
नेल्विन और उनकी टीम लगातार काम कर रही है शनिवार सुबह से ही दिन-रात काम चल रहा है। मेथोडिस्ट चर्च के फादर ने जगह और जरूरी सामान, खास तौर पर सफेद कपड़ा मुहैया कराया। सात से ज्यादा लोगों की मदद से ताबूत बनाने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। नेल्विन कहते हैं, "अगर कांटा भी चुभ जाए तो पांच दिन तक दर्द होता है। उन परिवारों का क्या हाल होगा जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया।"
मानवता और देशभक्ति के तौर पर काम करें
नेल्विन ने इस काम को सिर्फ पेशे के तौर पर नहीं बल्कि मानवता और देशभक्ति के तौर पर जिम्मेदारी के तौर पर स्वीकार किया है। अब तक 25 ताबूत तैयार हो चुके हैं और उन्हें एयर इंडिया की विशेष फ्लाइट से अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा जाएगा। नेल्विन ने बताया कि बाकी ताबूत भी जल्द ही तैयार कर लिए जाएंगे।
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