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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की राजनीति एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जो कभी लालू प्रसाद यादव के सामाजिक न्याय के नारे के साथ सत्ता की सीढ़ियाँ चढ़ा करती थी अब 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले नए सामाजिक समीकरण साधने की तैयारी में है। इसी कड़ी में एक अहम घटनाक्रम सामने आया है पूर्व सांसद और जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनी लाल मंडल को आरजेडी का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना प्रबल हो गई है।
14 जून को नामांकन लालू-तेजस्वी रहेंगे मौजूद
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मंगनी लाल मंडल 14 जून को आरजेडी प्रदेश कार्यालय में अपना नामांकन करेंगे और इस दौरान लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव स्वयं मौजूद रहेंगे। इस नामांकन को महज़ एक आंतरिक प्रक्रिया के तौर पर नहीं बल्कि आरजेडी की भविष्य की रणनीति का संकेत माना जा रहा है।
जगदानंद सिंह की विदाई तय आरजेडी की नई सियासी बुनियाद
वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की विदाई लगभग तय मानी जा रही है। लंबे समय से संगठन में बदलाव की बातें चल रही थीं लेकिन अब जाकर यह प्रक्रिया निर्णायक मोड़ पर पहुंची है। आरजेडी नेतृत्व ने संकेत दिया है कि अब पार्टी नए चेहरों को सामने लाएगी खासकर अति पिछड़ा वर्ग (EBC) और अन्य हाशिए पर खड़े सामाजिक समूहों को प्रतिनिधित्व देकर।
एक बार फिर घर वापसी: मंडल की RJD में वापसी और नया किरदार
गौरतलब है कि मंगनी लाल मंडल पहले भी आरजेडी से जुड़े रहे हैं लेकिन बाद में जेडीयू में शामिल होकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने। हालांकि जनवरी 2025 में उन्होंने फिर से RJD में वापसी की और उस समय उन्होंने खुलकर कहा था कि जेडीयू में अति पिछड़ा वर्ग की अनदेखी हो रही थी। वहां आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है। आरजेडी ही सामाजिक न्याय की असली पक्षधर है।
मंडल की वापसी न केवल एक राजनीतिक घरवापसी थी बल्कि एक रणनीतिक सिग्नल भी था — कि आरजेडी अब अपनी सामाजिक समीकरणों की पुरानी जड़ों की ओर लौट रही है।
5 जुलाई को होगा औपचारिक ऐलान
सूत्रों की मानें तो मंगनी लाल मंडल को 5 जुलाई को औपचारिक रूप से RJD का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया जाएगा। यह तारीख महज एक घोषणा नहीं होगी बल्कि बिहार की चुनावी राजनीति में अति पिछड़ा वर्ग की गोलबंदी की शुरुआत भी हो सकती है।
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