
मनसा देवी मंदिर में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे पर अब मंदिर ट्रस्ट की ओर से आधिकारिक बयान सामने आया है। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि यह भगदड़ किसी भी विद्युत झटके या तार टूटने की वजह से नहीं हुई, जैसा कि सोशल मीडिया और कुछ शुरुआती रिपोर्टों में दावा किया गया था।
उन्होंने कहा, “यह घटना दरअसल एक महिला के फिसलने से हुई, जिससे भीड़ में अचानक घबराहट फैल गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।”
इस भगदड़ में छह श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए थे। यह हादसा उस समय हुआ जब सावन के पवित्र महीने में हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े थे।
ट्रस्ट अध्यक्ष ने यह भी बताया कि मंदिर प्रबंधन और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया गया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही ₹2 लाख मुआवजा प्रति मृतक और ₹50 हजार घायल व्यक्तियों के लिए घोषित किया है। प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दे दिए हैं ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
श्रद्धालुओं से अपील करते हुए अध्यक्ष ने कहा, “कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें। मंदिर प्रबंधन आपकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह सजग और जिम्मेदार है।”
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