
Haridwar Blast: सवेरे का वक्त गाँव में सन्नाटा और अचानक एक तेज धमाका। हरिद्वार स्थित गाजीवाली में दिनेश के मकान में हुए इस विस्फोट ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। धमाके की आवाज इत धमाके इतनी तेज थी कि मकान की दीवारें ईंट-ईंट बिखर गईं। आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुँचे, जहाँ मलबे में दबे परिवार को बाहर निकालने की कोशिश शुरू हुई।
इस हादसे में दिनेश की पत्नी पिंकी (40), बेटियां खुशी (18), सृष्टि (16), आकांक्षा (12) और बेटा शौर्य (9) गंभीर रूप से घायल हो गए। दिनेश उस वक्त दूसरे कमरे में था और बाल-बाल बच गया।
पुलिस ने इलाके को किया सील
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, ब्लास्ट के बाद मकान का एक हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया। मगर सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि घर में रखे सिलेंडर बिल्कुल सही हालत में मिले। आमतौर पर ऐसे हादसों में सिलेंडर विस्फोट को जिम्मेदार ठहराया जाता है, मगर यहां मामला कुछ और ही लगता है। पुलिस ने आनन फानन मौके पर पहुँचकर इलाके को सील कर दिया। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया और एसपी सिटी व सीओ सिटी भी घटनास्थल पर पहुँचे। घायलों को सजनपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल
गाँव में अब हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि यदि सिलेंडर से धमाका नहीं हुआ, तो फिर ये तबाही कैसे मची? क्या ये कोई रासायनिक विस्फोट था? या फिर कुछ और? पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरुआती जाँच में कोई विस्फोटक पदार्थ मिलने के संकेत नहीं हैं, मगर फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। दिनेश के परिवार के साथ-साथ पूरे गाँव में अफरा-तफरी का माहौल है। लोग अपने घरों की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं और इस रहस्य ने उनकी नींद उड़ा दी है। फिलहाल जांच जारी है।