
अमेरिका इस वक्त खसरे की चपेट में है और हालात पिछले तीन दशकों में सबसे गंभीर स्तर पर पहुंच चुके हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में खसरे के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन टेक्सास सबसे अधिक प्रभावित राज्य बनकर सामने आया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, यहां खसरे की वजह से एक और बच्चे की जान चली गई है। बताया गया है कि इस बच्चे को खसरे से बचाव का टीका नहीं लगाया गया था।
स्वस्थ बच्चा भी नहीं बच पाया
ल्यूबॉक स्थित यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर हेल्थ सिस्टम ने जानकारी दी है कि उनके अस्पताल में भर्ती एक स्कूली छात्र की खसरे के कारण मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि उस बच्चे को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। इससे पहले, फरवरी में टेक्सास में एक छोटे बच्चे और मार्च की शुरुआत में एक वयस्क की मौत भी खसरे से हो चुकी है।
टेक्सास में हालात बेहद गंभीर
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक देश के 21 राज्यों में खसरे के कुल 607 मामले दर्ज किए गए हैं। यह संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी से भी अधिक है। इनमें से अकेले टेक्सास में 481 मामले सामने आए हैं, जो कि राज्य के इतिहास में बीते कई वर्षों की तुलना में सबसे ज्यादा हैं।
खसरे की स्थिति 30 साल में सबसे गंभीर
बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के प्रमुख टीकाकरण विशेषज्ञ डॉ. पीटर होटेज का कहना है कि यदि संक्रमण इसी रफ्तार से फैलता रहा, तो यह 2019 के प्रकोप को भी पीछे छोड़ देगा। उन्होंने इसे पिछले 30 वर्षों की सबसे भयावह स्थिति करार दिया है। डॉ. होटेज ने यह भी कहा कि इन मौतों को पूरी तरह से रोका जा सकता था, अगर समय पर टीकाकरण किया गया होता।
गलत जानकारी बन रही है बड़ी चुनौती
डॉ. होटेज ने वैश्विक स्तर पर चेतावनी देते हुए कहा कि खसरे जैसी बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण को लेकर अगर भ्रम फैलता रहा और इसके बारे में जानकारी देने से हिचकिचाहट बनी रही, तो इसका असर केवल विकासशील देशों तक सीमित नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि अमीर और विकसित देश भी इस खतरे से बच नहीं पाएंगे।
टीकाकरण की अहमियत फिर से केंद्र में
यह संकट एक बार फिर इस बात को उजागर करता है कि बचपन के टीकाकरण कितने जरूरी हैं। खसरा एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, लेकिन इसका टीका बेहद प्रभावी और सुरक्षित है। विशेषज्ञों की राय है कि सरकारों और समाज को मिलकर जागरूकता फैलाने की ज़रूरत है, ताकि किसी भी गलत जानकारी की वजह से लोगों की जान न जाए।
फिलहाल अमेरिका में स्वास्थ्य एजेंसियां और राज्य सरकारें स्थिति को काबू में लाने के प्रयास कर रही हैं, लेकिन लगातार बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। यह वक्त है कि समाज एकजुट होकर विज्ञान और टीकाकरण पर भरोसा करे, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।