
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के वनपर्थी जिले से एक चिंताजनक खबर आ रही है। यहाँ की दवा दुकानों पर नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन हो रहा है, जिससे लोगों की सेहत खतरे में पड़ सकती है। लगता है कि ड्रग कंट्रोल विभाग के नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है।
स्थिति ऐसी है कि कई दवा दुकानों पर तो कोई क्वालिफाइड फार्मासिस्ट होता ही नहीं है। सोचिए, बिना किसी जानकार व्यक्ति के दवा बेची जा रही है! और तो और, डॉक्टर की लिखी पर्ची (प्रिस्क्रिप्शन) के बिना भी दवाएँ आसानी से मिल रही हैं। यह बेहद खतरनाक है क्योंकि गलत दवा या गलत खुराक किसी मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
सिर्फ इतना ही नहीं, नियम के मुताबिक हर दवा दुकान को स्टॉक और बिक्री का सही रिकॉर्ड रखना होता है, लेकिन वनपर्थी में यह भी ठीक से नहीं हो रहा। कई दुकानें डॉक्टरों के क्लीनिक के ठीक बगल में खुल गई हैं, जिससे शक होता है कि कहीं डॉक्टर और दुकान के बीच कोई ऐसा 'समझौता' तो नहीं जो नियमों के खिलाफ हो और मरीज के हित में न हो।
वैसे तो ड्रग कंट्रोल विभाग बीच-बीच में जाँच करता रहता है। हाल ही में हुई एक जाँच में विभाग ने पाया कि वाकई नियमों का उल्लंघन हो रहा है और उन्होंने दोषी दुकानों को नोटिस भी जारी किए। लेकिन लगता है कि सिर्फ नोटिस देना काफी नहीं है। ज़मीन पर हालात ज्यादा नहीं बदले हैं और अभी भी नियम तोड़ने का सिलसिला जारी है।
यह वाकई गंभीर मसला है। जब दवाओं की बात आती है तो थोड़ी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। अधिकारियों को इस पर ज़्यादा ध्यान देना चाहिए और सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि नियमों का पालन हो और लोगों को सुरक्षित व सही दवाएँ मिल सकें। वनपर्थी में दवाओं की बिक्री में हो रही ये धांधली फौरन रुकनी चाहिए।
--Advertisement--