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Up Kiran, Digital Desk: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम उठाते हुए राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) को अपना समर्थन देने का ऐलान किया। इस फैसले से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में हलचल मच गई है। महबूबा मुफ्ती ने साफ कहा कि उनकी पार्टी ने एनसी को समर्थन देने का फैसला भाजपा को दूर रखने के लिए किया है।

समर्थन देने की वजह
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि "हमने एनसी के उम्मीदवारों को वोट देने का फैसला लिया है, ताकि जम्मू कश्मीर में फासीवादी ताकतों को बढ़ने से रोका जा सके।" उन्होंने स्वीकार किया कि एनसी पार्टी इस स्थिति की हकदार नहीं है, लेकिन देश के लोकतंत्र और राज्य की एकता के लिए इस कदम को उठाना जरूरी था।

एनसी का समर्थन अनुरोध
महबूबा मुफ्ती ने बताया कि राज्यसभा चुनाव में समर्थन के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने उन्हें फोन किया था। इसके बाद पार्टी नेतृत्व और विधायकों के साथ चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया। बुधवार को एनसी के राज्यसभा उम्मीदवार शम्मी ओबेरॉय भी महबूबा मुफ्ती से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे और समर्थन की अपील की थी।

राजनीतिक गणित और संभावित प्रभाव
यह कदम जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक स्थिति को नया मोड़ दे सकता है। महबूबा मुफ्ती का यह निर्णय स्पष्ट करता है कि पीडीपी भाजपा के खिलाफ अपनी रणनीति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, इस फैसले से पीडीपी और एनसी के बीच संबंधों में भी कुछ असमंजस पैदा हो सकता है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक माहौल में यह कदम समझा जा सकता है।