जब भी ब्रेस्ट या स्तन कैंसर की बात आती है। तब सबसे पहले मन में बात आती है कि यह स्त्रियों की बीमारी है। मगर बिल्कुल नहीं। यह धारणा पूरी तरह गलत है।
मर्दों को भी ब्रेस्ट कैंसर का खतरा होता है। मगर अगर यह सच भी है तो महिलाओं की तुलना में जोखिम कम है। हालांकि मर्दों में ब्रेस्ट कैंसर के मामले कम हो रहे हैं, मगर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। पुरुष इसके शुरूआती लक्षणों को इग्नोर कर देते हैं, जो बाद में गंभीर समस्या में बदल जाती है।
किसी भी बीमारी का उचित उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी का पता कितनी जल्दी चलता है। इसी तरह स्तन कैंसर के साथ। विशेषज्ञों की माने तो, शुरुआती चरणों में लक्षणों का पता चलमर्दों को भी होता है ब्रेस्ट कैंसर, इन लक्षणों को न करें इग्नोरने पर स्तन कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है। पुरुषों के स्तन महिलाओं की तरह विकसित नहीं होते मगर उनमें भी स्तन ऊतक होते हैं। पुरुषों में, दूध नलिकाओं में स्तन कैंसर विकसित होने की संभावना अधिक होती है। इसे डक्टल कार्सिनोमा कहा जाता है।
समाचार रिपोर्टों के अनुसार, सभी स्तन कैंसर के मामलों में पुरुष स्तन कैंसर का हिस्सा केवल 1 प्रतिशत है। 2015 में, पुरुष स्तन कैंसर के लगभग 2,350 नए मामले सामने आए। ब्रेस्ट कैंसर से अब तक करीब 440 पुरुष अपनी जान गंवा चुके हैं। पुरुषों में ब्रेस्ट कैंसर एक असामान्य बीमारी है, इसलिए लोग इसके बारे में नहीं जानते। यही इसके बढ़ने का मुख्य कारण है।
ये हैं लक्षण
- - ब्रेस्ट में गांठ जैसा महसूस होना
- - ब्रेस्ट साइज बढ़ना
- - निपल्स में दर्द होना
- - अंडरआर्म लिम्फ नोड्स का बढ़ना
(नोट: इस लेख में दी गई सूचना और सुझाव सामान्य जानकारी पर आधारित हैं। यूपी किरण इसका समर्थन नहीं करता है।)
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