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भारत से संबंध खराब करना मालदीव को महंगा पड़ा है। मालदीव को अब करारा झटका लगा है। बायकॉट मालदीव का असर अब मालदीव में भी दिखने लगा है। भारत के बहिष्कार के कारण मालदीव को हर दिन करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।

मालदीव का राजस्व अधिकतर पर्यटकों और पर्यटन पर निर्भर है। ऐसे में बहिष्कार के कारण अब उनकी कमाई को भारी नुकसान हो रहा है। हालात से निपटने के लिए मालदीव ने वहां यात्रा का खर्च आधा कर दिया है, मगर फिर भी भारतीय वहां जाने को तैयार नहीं हैं।

मालदीव सरकार के कुछ अफसरों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। इसके बाद से ही मालदीव के बहिष्कार का चलन शुरू हो गया है। भारत के बहिष्कार से मालदीव को हर दिन करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है।

मालदीव को आर्थिक रूप से भारी झटका लगा है। इस पूरी घटना से पहले मालदीव भारतीयों का पसंदीदा पर्यटन स्थल था। हर साल लाखों भारतीय मालदीव जाते हैं, मगर मालदीव ने खुद कहा है कि भारतीयों के बहिष्कार के कारण 44,000 परिवार संकट में हैं। भारतीयों की नाराजगी के कारण उनके पर्यटन उद्योग पर बहुत असर पड़ा है।

इस विवाद के बाद मालदीव को हर दिन भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। पिछले साल यानी 2023 में बड़ी संख्या में भारतीय मालदीव घूमने गए थे। सन् 2023 में अकेले भारतीयों ने मालदीव में 38 करोड़ डॉलर (करीब 3,152 करोड़ रुपये) खर्च किए थे। ऐसे में अगर भारतीय वहां जाना बंद कर दें तो मालदीव को प्रतिदिन कम से कम 8.6 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।

 

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