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लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रशासनिक नेतृत्व में बड़ा बदलाव हुआ है। राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने प्रोफेसर मनुका खन्ना को लखनऊ विश्वविद्यालय की नई प्रभारी कुलपति नियुक्त किया है। यह नियुक्ति विश्वविद्यालय के प्रशासन में स्थायित्व और शैक्षणिक सुधार की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।

प्रोफेसर मनुका खन्ना समाजशास्त्र विभाग की वरिष्ठ शिक्षिका हैं और उन्हें अकादमिक क्षेत्र में लगभग 25 वर्षों का अनुभव है। वे विभिन्न शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों पर रह चुकी हैं, जिनमें महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक, डीएसडब्ल्यू (डीन स्टूडेंट वेलफेयर) और विभिन्न समितियों की अध्यक्षता शामिल है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भरोसा जताया है कि प्रोफेसर खन्ना के नेतृत्व में विश्वविद्यालय न केवल शिक्षण और शोध के क्षेत्र में प्रगति करेगा, बल्कि छात्र कल्याण और प्रशासनिक पारदर्शिता भी बढ़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं का शिक्षा के उच्च पदों पर आना समाज के लिए प्रेरणादायक है।

पदभार ग्रहण करते हुए प्रोफेसर खन्ना ने कहा, "यह मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं विश्वविद्यालय को उत्कृष्ट शैक्षणिक संस्था बनाने की दिशा में पूरी निष्ठा से कार्य करूंगी। विद्यार्थियों के हित और संस्थान की गरिमा को बनाए रखना मेरी प्राथमिकता होगी।"

इस नियुक्ति का छात्रों, शिक्षकों और शैक्षणिक जगत में व्यापक स्वागत किया गया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि प्रोफेसर खन्ना जैसे अनुभवी और संवेदनशील शिक्षाविद की नियुक्ति से विश्वविद्यालय के संचालन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।

इस प्रकार, लखनऊ विश्वविद्यालय को नया नेतृत्व मिल चुका है और उम्मीद की जा रही है कि यह बदलाव संस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

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