img

Up Kiran , Digital Desk: पाकिस्तान ने गुरुवार रात 8 बजे भारत के साथ युद्ध छेड़ दिया और कई भारतीय शहरों को निशाना बनाया। हालांकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के किसी भी मिसाइल और ड्रोन हमले को सफल नहीं होने दिया है और भारतीय सेना कल रात से ही पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। जमीन के अलावा भारत सरकार और सेना पाकिस्तान को राजनीतिक और आर्थिक मोर्चों पर भी घेर रही है। वाशिंगटन में आज अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की अहम बैठक होगी, जिसमें भारत अपने पड़ोसी देश को आर्थिक पैकेज देने का विरोध करेगा। भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि भारत पाकिस्तान के लिए बेलआउट पैकेज के संबंध में आईएमएफ को अपने विचार बता सकता है।

आईएमएफ आज पाकिस्तान की विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) की समीक्षा करेगा। इसके बाद पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर (करीब 11.30 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज देने पर फैसला किया जाएगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत के आईएमएफ कार्यकारी निदेशक शुक्रवार को वैश्विक संगठन की बोर्ड बैठक में देश का पक्ष रखेंगे।

दरअसल, पाकिस्तान पिछले 3-4 सालों से नकदी की कमी और महंगाई से जूझ रहा है और इससे उबरने के लिए पाकिस्तान ने आईएमएफ समेत कई देशों से मदद मांगी है। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को आर्थिक स्थिरता के लिए बेलआउट पैकेज दिया है। भारत पहले ही पाकिस्तान पर आरोप लगा चुका है कि वह इस धन का इस्तेमाल विकास के लिए करने के बजाय आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने में कर रहा है। इसलिए भारत ने कहा है कि ऐसे किसी भी ऋण को मंजूरी नहीं दी जानी चाहिए।

पहले से ही आर्थिक पतन के कगार पर खड़े पाकिस्तान के लिए एकमात्र उम्मीद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ही है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए आईएमएफ से कर्ज यानी बेलआउट पैकेज पाना जिंदगी और मौत जितना ही महत्वपूर्ण है।

--Advertisement--