आतंकवाद के विरूद्ध केंद्र सरकार की नीति बिल्कुल स्पष्ट है। इसके तहत सरकार ने मुस्लिम लीग (जम्मू-कश्मीर) पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि देश विरोधी गतिविधियों के कारण इस संगठन पर यूएपीए के तहत प्रतिबंध लगा दिया गया है।
केंद्र सरकार ने बुधवार (27 दिसंबर) को मुस्लिम लीग (जम्मू-कश्मीर, मसरत आलम गुट) पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकार ने यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत की है। संगठन के सदस्यों पर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में भाग लेने और आतंकवादी समूहों का समर्थन करने का आरोप है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, ''मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम समूह) को यूएपीए के तहत एक अवैध संगठन घोषित किया गया है। यह संगठन और इसके सदस्य जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी और अलगाववादी गतिविधियों में शामिल हैं।'' .
जानें मसरत आलम ग्रुप के बारे में
मुस्लिम लीग मसरत आलम गुट का नेतृत्व मसरत आलम भट्ट कर रहे हैं। यह संगठन अपने राष्ट्रविरोधी और पाकिस्तान समर्थक प्रचार के लिए जाना जाता है। यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से आज़ाद कराने में लगा हुआ है। इस संगठन के सदस्य जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद से जुड़ी गतिविधियों में शामिल हैं। इसके नेता और सदस्य जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को समर्थन देने और सुरक्षा बलों पर लगातार पथराव करने सहित अन्य गतिविधियों में शामिल हैं।
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