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Up Kiran, Digital Desk: जब मैदान पर लहराता तिरंगा हो और गेंदबाज की आंखों में लावा उबाल मार रहा हो, तब क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं रह जाता वह जज़्बात बन जाता है। लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला, जब मोहम्मद सिराज ने न सिर्फ गेंद से कहर बरपाया, बल्कि अपने शब्दों से भी इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ रणनीति की नींव हिला दी।
स्लेजिंग नहीं, संदेश था यह
टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट को जिस अंदाज़ में ललकारा, उसने सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट पंडितों तक सभी को चौंका दिया। गेंद फेंकने के बाद रूट के करीब जाकर सिराज ने कहा, "रूट, बैजबॉल कहां है? दिख नहीं रहा… कोई दिखा सकता है?"
इस वाक्य में केवल व्यंग्य नहीं था, बल्कि भारतीय आत्मविश्वास की बुलंद आवाज़ थी। यह वो क्षण था जब सिराज ने गेंदबाज़ी को एक मानसिक युद्ध में बदल दिया। रूट की आंखों में झांकते हुए की गई यह स्लेजिंग केवल उनके आत्मबल पर नहीं, बल्कि पूरी इंग्लैंड टीम की 'बैजबॉल' सोच पर एक सीधा प्रहार था।
तेज़ गेंदबाज़ी की आड़ में मानसिक खेल
सिराज की गेंदबाज़ी में धार तो हमेशा से रही है, लेकिन लॉर्ड्स में उन्होंने जिस तरह मानसिक दबाव बनाया, वह गौरतलब है। इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जहां आक्रामक खेलने की आदत है, वहीं सिराज ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया। इंग्लैंड के कई बल्लेबाज अपने शॉट्स के लिए जाने जाते हैं, लेकिन सिराज की गेंदबाज़ी और जुबानी हमले के बाद वे क्रीज़ पर जूझते नजर आए।
‘बैजबॉल’ की दीवार दरकने लगी है?
ब्रैंडन मैक्कुलम के नेतृत्व में इंग्लैंड ने 'बैजबॉल' के नाम पर टेस्ट क्रिकेट को एक नया चेहरा देने की कोशिश की थी। लेकिन भारत के सामने इस सोच की पोल खुलती जा रही है। बर्मिंघम टेस्ट में 336 रन की करारी हार के बाद लॉर्ड्स में फिर से दबाव में आई इंग्लिश टीम को यह समझ आ गया होगा कि आक्रामकता केवल रणनीति नहीं, परिस्थिति की समझ के साथ निभानी पड़ती है।
गिल की कप्तानी में चमक रही है नई रोशनी
रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी में शुभमन गिल ने मोर्चा संभाला है, और जिस दृढ़ता से टीम खेल रही है, वह भारतीय क्रिकेट के उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करता है। सिराज, बुमराह और शार्दूल जैसे गेंदबाज़ों के साथ गिल की संयमित कप्तानी ने इंग्लैंड को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि यह भारत किसी भी सूरत में झुकने वाला नहीं।
सीरीज बराबरी पर, लेकिन मनोबल भारत के साथ
दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर हैं, लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन की घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि भारत मानसिक और रणनीतिक दोनों स्तरों पर बढ़त बना चुका है। सिराज की एक ललकार ने इंग्लैंड को उनके ही घर में असहज कर दिया है।
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