ज्योतिष में हमारी जन्म कुंडली का पहला घर बहुत खास होता है। इसे 'लग्न भाव' भी कहते हैं। यह घर हमारी personnalité, हमारे शरीर की बनावट और हमारी सोच के बारे में बताता है। अब सोचिए, जब इस घर में भावनाओं और मन का कारक ग्रह, यानी चंद्रमा आकर बैठ जाए, तो क्या होगा?
सुंदर और आकर्षक व्यक्तित्व: जिन लोगों की कुंडली के पहले घर में चंद्रमा होता है, वे अक्सर दिखने में बहुत सुंदर और आकर्षक होते हैं। उनकी आँखों में एक खास तरह की चमक और चेहरे पर मासूमियत होती है। चंद्रमा की प्रकृति शीतल और शांत होती है, इसलिए ऐसे लोग स्वभाव से भी आमतौर पर शांत और कल्पनाशील होते हैं। उन्हें घूमना-फिरना, कला और संगीत से बहुत लगाव होता है।
भावनाओं का उतार-चढ़ाव: लेकिन, जैसे चंद्रमा घटता-बढ़ता रहता है, वैसे ही इन लोगों का मन और मूड भी बहुत तेजी से बदलता है। ये लोग बहुत भावुक (इमोशनल) होते हैं और छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेते हैं। इनका मन कभी एक जगह नहीं टिकता, इसलिए ये अक्सर अपने फैसले भी बदलते रहते हैं। इन्हें अपनी मां से बहुत ज्यादा लगाव होता है और ये हमेशा दूसरों की देखभाल करने के लिए तैयार रहते हैं।
सेहत पर क्या होता है असर: चंद्रमा का संबंध हमारे शरीर के तरल पदार्थों से भी होता है। इसलिए, जब यह पहले घर में होता है, तो व्यक्ति को सर्दी-जुकाम और कफ से जुड़ी समस्याएं जल्दी होती हैं। कई बार इन्हें बचपन में स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां भी उठानी पड़ती हैं।
अगर चंद्रमा कमजोर हो तो: अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर या किसी बुरे ग्रह के प्रभाव में हो, तो व्यक्ति बहुत ज्यादा चिंतित रहता है और उसे मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। उसे निर्णय लेने में बहुत मुश्किल होती है और वह हमेशा एक अजीब से डर में जीता है।
कुल मिलाकर, पहले घर का चंद्रमा आपको एक खूबसूरत व्यक्तित्व और एक नर्म दिल देता है, लेकिन साथ ही आपको अपने मन को स्थिर रखने की चुनौती भी देता है। अगर आप अपने इमोशन्स को कंट्रोल करना सीख जाएं, तो आप जिंदगी में बहुत सफल हो सकते हैं।
_2047130855_100x75.jpg)
 (1)_698599446_100x75.jpg)


