
Up Kiran, Digital Desk: कश्मीर घाटी में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा की वार्षिक यात्रा इस साल रिकॉर्ड तोड़ सफलता की ओर बढ़ रही है। मात्र 21 दिनों में ही 3 लाख 42 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन कर लिए हैं, और आज यह आंकड़ा आधिकारिक रूप से अनुमानित 3.5 लाख के निशान को पार करने वाला है। यह आंकड़ा पिछले कई सालों की तुलना में काफी ज्यादा है और यात्रा की जबरदस्त लोकप्रियता को दर्शाता है।
सुरक्षा और व्यवस्था की भूमिका:
यह सफलता केवल श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि अमरनाथ श्राइन बोर्ड, भारतीय सेना, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा की गई चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर प्रबंधन का भी परिणाम है। दुर्गम पहाड़ी रास्तों और मौसम की चुनौतियों के बावजूद, सुरक्षा बलों ने यह सुनिश्चित किया कि यात्रा सुचारु और सुरक्षित रहे।
पुख्ता सुरक्षा: पूरे यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें ड्रोन निगरानी, नियमित गश्त और सभी प्रवेश बिंदुओं पर कड़ी जांच शामिल है।
बेहतर सुविधाएं: श्रद्धालुओं के लिए रास्ते भर मेडिकल कैम्प, भोजन लंगर और आराम करने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
मौसम की चुनौतियां: पहाड़ी इलाकों में मौसम तेजी से बदलता है, लेकिन प्रशासन ने मौसम के पूर्वानुमान और आपातकालीन निकासी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया है।
आस्था का प्रतीक: यह पवित्र यात्रा हर साल लाखों शिव भक्तों को अपनी ओर खींचती है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालु हजारों किलोमीटर का सफर तय कर जोखिम भरे रास्तों से गुजरते हैं। यह यात्रा केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और भाईचारे का भी संदेश देती है।
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