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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी कल्पना की है कि बाढ़ की चपेट में आकर आपकी ज़िंदगी पल भर में पलट जाए? जुलाई 4 के सप्ताहांत में आई टेक्सास में विनाशकारी बाढ़ ने इस कल्पना को सच कर दिया, जब बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 104 तक पहुंच गई। इस समय खोज और बचाव दल मलबे में फंसे लोगों की तलाश में नदी के किनारों और प्रभावित इलाकों में जुटे हैं।
अमेरिका में दशकों बाद आई यह बाढ़ सबसे खतरनाक मानी जा रही है, जो खासकर हिल कंट्री क्षेत्र में तबाही मचाती हुई ग्वाडालूप नदी के किनारे के घरों और समर कैंपों तक पहुंच गई। बाढ़ ने इतना व्यापक असर डाला कि लोगों को अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों और ऊंची जगहों पर शरण लेनी पड़ी।
कितने लोग अब तक मारे गए
अब तक केर काउंटी से 84 शव बरामद किए जा चुके हैं। ये वही इलाका है, जहां कैंप मिस्टिक और आसपास के कई समर कैंपों के लोग बाढ़ में फंसे थे। इन मृतकों में 28 बच्चे भी शामिल हैं। कैंप मिस्टिक के अधिकारियों ने 27 कैंपर्स और काउंसलरों के खोने की पुष्टि की है। वहीं, 10 कैंपर्स और एक काउंसलर अब भी लापता हैं।
इसके अलावा, स्थानीय अधिकारियों ने ट्रैविस, बर्नेट, केंडल, टॉम ग्रीन और विलियमसन काउंटियों में और 19 मौतों की जानकारी दी है। मृतकों में डलास की दो 8 वर्षीय बहनें और एक पूर्व फुटबॉल कोच और उनकी पत्नी भी शामिल हैं, जिनका अभी तक कोई पता नहीं चला है।
बचाव कार्य और मौसम चेतावनियां
बाढ़ का पानी शुक्रवार की रात को ही तेज़ी से बढ़ने लगा और तब तक कई केबिन, टेंट और ट्रेलर बह चुके थे, जिसमें लोग सो रहे थे। नदी के किनारे मलबा बिखरा हुआ था, जिसमें मुड़े हुए पेड़, कूलर, गद्दे और परिवारों की तस्वीरें तक शामिल थीं। बचाव अभियान अभी भी जारी है, और इस बीच, कई शिविरों में निकासी की व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
अधिकारियों ने इस पर जांच करने का वादा किया है कि क्यों इस भयावह बाढ़ के पूर्वानुमान के बावजूद कुछ शिविर खुले रहे। इन शिविरों में कई लोग फंसे हुए थे। केरविले सिटी के मैनेजर डाल्टन राइस ने माना कि खराब सेलफोन रिसेप्शन के कारण दूरदराज इलाकों में मौसम चेतावनियां सही से नहीं पहुंच पाईं।
सीनेटर टेड क्रूज़ की प्रतिक्रिया
सीनेटर टेड क्रूज़ ने बाढ़ के बाद आपातकालीन सेवाओं के लिए सरकारी बजट में कटौती के बावजूद, चेतावनियों में देरी पर अपनी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अब यह समय राजनीतिक लड़ाई का नहीं है, बल्कि हमें भविष्य के लिए सबक सीखने की जरूरत है।
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