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Up Kiran, Digital Desk: जबलपुर का बरगी डैम जहां झील की लहरों को छूता सन्नाटा भी अब चीखों की गवाही दे रहा है। रविवार को यहां एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना घटी जिसने न सिर्फ शहर को बल्कि इंसानी रिश्तों के मायने तक को झकझोर कर रख दिया। शांत और सुरम्य कहे जाने वाले इस इलाके में प्रेम की परछाई तले एक मां की नृशंस हत्या हुई उसकी मासूम बेटी की आंखों के सामने।
प्रेमिका का इनकार बना मौत की वजह
कविता गुप्ता बल्देवबाग की रहने वाली एक युवा महिला एक मां और शायद अपने बीते रिश्तों से उबरने की कोशिश कर रही इंसान अपनी दो साल की बच्ची के साथ उस दिन एक सैर पर निकली थी बिना यह जाने कि यह उसकी आखिरी यात्रा होगी।
उसे लेकर आया था नमन विश्वकर्मा उसका पड़ोसी और तीन साल पुराना प्रेमी। नमन जो कभी उसकी जिंदगी में साथी बनने की उम्मीद लेकर आया था उस दिन मौत का साया बनकर सामने खड़ा था। बताया जा रहा है कि नमन ने कविता से शादी की जिद की और जब कविता ने उसे मना किया तो उसके भीतर का वहशीपन बाहर आ गया।
डैम के शांत किनारे पर जहां अक्सर प्रेमी युगल एक-दूसरे का हाथ थामे सपनों की बातें करते हैं वहीं नमन ने कविता पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। सात गहरे वार हर वार में वह बर्बरता थी जो प्रेम के नाम पर पनपती हुई जुनून की भयावहता को दर्शा रही थी।
'पापा मम्मा के पास चलो...' मासूम की टूटती आवाज़
कविता का शरीर लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा और उसका जीवन दम तोड़ने लगा। उस दौरान उसकी दो साल की बेटी जो एक टॉफी की उम्मीद में मां का हाथ थामे आई थी अब उसकी लाश के सामने खड़ी थी बिलख रही थी। राहगीरों ने जब यह मंजर देखा तो हर आंख सिहर उठी।
कविता को तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन ज़ख्म इतने गहरे थे कि वो ज़िंदगी की जंग हार गई। सबसे मार्मिक क्षण तब आया जब कविता का पोस्टमार्टम हो रहा था और बाहर उसकी बेटी बार-बार अपने पिता से कह रही थी "पापा मम्मा के पास चलो... मम्मा को बुलाओ।"
वो बच्ची जिसे अब तक यह भी ठीक से नहीं पता कि 'मौत' क्या होती है अपने पिता की गोद में लिपटी रही और पिता... हर बार एक झूठा दिलासा देते रहे "मम्मा टॉफी लेने गई है बेटा अभी आएगी।"
एकतरफा प्रेम ब्लैकमेल और अंत
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि नमन काफी समय से कविता पर शादी का दबाव बना रहा था। कविता ने अपने आखिरी बयान में बताया कि नमन उसे लगातार ब्लैकमेल करता था धमकाता था एक ऐसा मानसिक तनाव जो रोज़ उसकी आत्मा को तोड़ता जा रहा था।
कविता के पति पुनीत गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उन्हें पिछले साल ही इस प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला था। उन्होंने घर को बचाने की कोशिश की लेकिन परिस्थितियाँ इतनी उलझ चुकी थीं कि किसी एक का फैसला सब पर भारी पड़ गया।
बरगी पुलिस की कार्रवाई और कानून का शिकंजा
घटना की जानकारी मिलते ही बरगी पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया। एडिशनल एसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि पहले आरोपी पर धारा 109 के तहत मामला दर्ज किया गया था लेकिन अब BNS की धारा 101 भी जोड़ दी गई है। कई टीमें आरोपी की तलाश में लगाई गई हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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