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देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शुमार मुकेश अंबानी ने अब री-इंश्योरेंस सेक्टर में कदम रखकर एक और बड़ा दांव खेला है। रिलायंस ग्रुप की डिजिटल शाखा Jio ने जर्मनी की प्रसिद्ध बीमा कंपनी Allianz के साथ मिलकर एक संयुक्त उपक्रम (Joint Venture) की घोषणा की है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत के बीमा और विशेष रूप से री-इंश्योरेंस बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाना है।

सूत्रों के अनुसार, यह ज्वाइंट वेंचर आधुनिक टेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स और ग्राहकों के अनुकूल सेवाओं के माध्यम से बीमा कंपनियों को अधिक सशक्त बनाएगा। माना जा रहा है कि इस सहयोग से न केवल भारत में री-इंश्योरेंस सेवाओं का दायरा बढ़ेगा, बल्कि विदेशी पूंजी और अनुभव का भी लाभ देश के बीमा बाजार को मिलेगा।

Allianz पहले से ही वैश्विक बीमा क्षेत्र में एक भरोसेमंद नाम है, और Jio की मजबूत डिजिटल बुनियाद के साथ यह साझेदारी एक नई मिसाल कायम कर सकती है। दोनों कंपनियों की योजना है कि वे आने वाले वर्षों में री-इंश्योरेंस सेवाओं के जरिए बड़ी संख्या में बीमा कंपनियों को समर्थन देंगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारतीय बीमा उद्योग के लिए एक "गेम-चेंजर" साबित हो सकता है, क्योंकि अभी तक यह क्षेत्र काफी हद तक पारंपरिक ढांचे पर आधारित रहा है।

इस घोषणा के बाद बीमा क्षेत्र की अन्य कंपनियों और निवेशकों में हलचल देखी जा रही है। माना जा रहा है कि यह साझेदारी बीमा प्रीमियम दरों, डेटा ट्रैकिंग और रिस्क मैनेजमेंट के तरीकों में भी व्यापक बदलाव ला सकती है।

मुकेश अंबानी द्वारा लगातार नए क्षेत्रों में निवेश से यह स्पष्ट है कि रिलायंस ग्रुप देश की अर्थव्यवस्था के हर बड़े क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की रणनीति पर काम कर रहा है।
 

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