
Up Kiran, Digital Desk: भारत के एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में एक बड़ी खबर सामने आई है। अडानी ग्रुप की एयरपोर्ट्स संभालने वाली कंपनी, अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। कंपनी ने मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (MIAL) के लिए वैश्विक निवेशकों से 1 अरब डॉलर (करीब 8,300 करोड़ रुपये) की फाइनेंसिंग हासिल की है। यह रकम मुंबई हवाई अड्डे के चल रहे विकास और विस्तार परियोजनाओं में लगाई जाएगी।
यह नया निवेश, जो एक वरिष्ठ ऋण सुविधा (senior debt facility) के रूप में मिला है, वह प्रमुख वैश्विक बैंकों और वित्तीय संस्थानों से आया है। इनमें स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, बीएनपी पारिबा, डीबीएस बैंक, इंटेसा सानपाओलो, एमयूएफजी, एसएमबीसी और सोसिएते जेनेराले जैसे नाम शामिल हैं। यह सौदा अडानी एयरपोर्ट्स की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगा और मुंबई हवाई अड्डे के लिए आवश्यक पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी है, जो वर्तमान में देश में 8 हवाई अड्डों का संचालन करती है (जिनमें 7 चालू और एक निर्माणाधीन, नवी मुंबई हवाई अड्डा शामिल है)। कंपनी का लक्ष्य इन हवाई अड्डों को सिर्फ यात्रा के केंद्र से बदलकर 'एयरपोर्ट शहरों' (Airport Cities) में विकसित करना है, जो एकीकृत आर्थिक विकास के इंजन बनेंगे।
मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और यह सालाना लाखों यात्रियों और टन माल का प्रबंधन करता है। इस नई फंडिंग से इसकी क्षमता बढ़ेगी और यह भविष्य की जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर पाएगा।
कंपनी के प्रवक्ता ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह वैश्विक वित्तीय समुदाय के अडानी ग्रुप के विज़न और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में उसके निवेश पर बढ़ते भरोसे का प्रमाण है।
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