
tarn taran firing incident: पंजाब के तरन तारन जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। मंगलवार को गोइंदवाल साहिब के पास कोट मेहताब गांव में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम चरणजीत सिंह था और वो उस वक्त ड्यूटी पर थे जब यह दुखद घटना हुई। ये मामला न सिर्फ पुलिस बल के लिए एक झटका है, बल्कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। आइए इस घटना के पीछे की पूरी कहानी को समझते हैं।
जानें क्या हुआ था उस दिन
चरणजीत सिंह को मंगलवार की सवेरे 112 हेल्पलाइन नंबर पर एक कॉल आई। कॉल में कोट मेहताब गांव में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प की सूचना थी। एक जिम्मेदार पुलिस अधिकारी के तौर पर वो तुरंत मौके पर पहुंचे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चरणजीत जैसे ही वहां पहुंचे हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। कुछ ही पलों में सब-इंस्पेक्टर जमीन पर गिर पड़े और उनकी सांसें थम गईं।
पुलिस कर्मी की हत्या से क्षेत्र में दहशत
पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है, मगर अभी तक ये साफ नहीं हो पाया कि ये हमला पहले से प्लान किया गया था या मौके पर हुई हिंसा का नतीजा था। तरन तारन पुलिस के आला अफसरों ने घटनास्थल का दौरा किया और सबूत जुटाने की प्रक्रिया शुरू की। एक अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमें कई सुराग मिले हैं, मगर अभी पक्के तौर पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं। हमलावर मौके से फरार हो गए और उनकी तलाश में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
इस घटना के बाद कोट मेहताब गांव और आसपास के इलाकों में डर का माहौल है। स्थानीय लोग हैरान हैं कि एक पुलिस अधिकारी पर इस तरह खुले आम हमला कैसे हो सकता है।
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