Up Kiran, Digital News: हिटमैन के संन्यास के बाद और विराट कोहली के भविष्य को लेकर अटकलों के बीच अब एक और बड़ा नाम चर्चा में है — मोहम्मद शमी। भारतीय क्रिकेट के इस धुरंधर तेज गेंदबाज़ को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में जो बातें सामने आ रही हैं, वो न सिर्फ फैंस को चौंका रही हैं बल्कि टीम इंडिया के टेस्ट भविष्य पर भी सवाल खड़े कर रही हैं।
फिटनेस बनी सबसे बड़ी चुनौती
शमी के करियर में चोटें नई नहीं हैं, मगर इस बार मामला थोड़ा गंभीर है। हाल ही में उन्होंने सर्जरी करवाई थी, जिसके बाद उनकी वापसी की राह आसान नहीं रही। टी20 और वनडे में तो किसी तरह उनकी सीमित भूमिका निभ सकती है, मगर टेस्ट क्रिकेट? यहां तो फिटनेस ही सबसे बड़ी कसौटी है।
शमी को हालिया आईपीएल 2025 में खेलते हुए जरूर देखा गया, मगर गौर करने वाली बात यह रही कि वह अक्सर अपने स्पेल के बाद सीधे ड्रेसिंग रूम लौट जाते थे — यह संकेत साफ है कि उनका शरीर अब लंबे फॉर्मेट के लायक नहीं रहा।
बीसीसीआई का स्पष्ट संकेत: "आईपीएल प्रदर्शन से टेस्ट चयन नहीं होगा"
बीसीसीआई लगातार इस बात पर जोर देता रहा है कि टेस्ट टीम का चयन केवल रणजी या फर्स्ट क्लास क्रिकेट के प्रदर्शन के आधार पर होगा, न कि आईपीएल की चमक-धमक से। और जब बात शमी जैसे खिलाड़ी की हो, जिनका ज्यादातर ध्यान अब सफेद गेंद के खेल पर है, तो यह तय माना जा सकता है कि बोर्ड जल्द ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठा सकता है।
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