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Up Kiran, Digital Desk: ग्वालियर में 14 अक्टूबर को एक खासा विवाद हुआ, जब पुलिस अधीक्षक हिना खान और एक वकील अनिल मिश्रा के बीच बहस छिड़ गई। यह बहस तब शुरू हुई जब मिश्रा ने हनुमान मंदिर में रामायण पाठ रोकने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने हिना खान को 'सनातन विरोधी' कहा।
हालांकि, हिना खान ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया और शांति से कहा, "आप गलत हैं, मैं नहीं।" इसके साथ ही उन्होंने जोर से 'जय श्री राम' का नारा भी लगाया, जो वहां मौजूद लोगों के लिए हैरानी की बात थी।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई ने इसे एक्स (ट्विटर) पर साझा कर हिना खान की तारीफ की। साथ ही, उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि पुलिस अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
हिना खान मध्य प्रदेश के गुना जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने फिजियोथेरेपी में स्नातक किया है और 2016 बैच की मध्य प्रदेश सिविल सेवा अधिकारी हैं। वह वर्तमान में ग्वालियर में मुख्य पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं।
वहीं ग्वालियर में तनाव की स्थिति भी बनी हुई थी। एक वकील द्वारा डॉ. बी.आर. अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग पर विरोध के दौरान विवाद बढ़ गया। हालांकि पुलिस ने कड़ी निगरानी रखकर हालात को काबू में रखा है। ग्वालियर की कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि इलाके में शांति कायम है और कई समुदायों के साथ बैठकें कर स्थिति सामान्य रखी गई है।