
Up Kiran, Digital Desk: आज, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और 'भारत रत्न' अटल बिहारी वाजपेयी की सातवीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर, राष्ट्र भर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। देशवासियों ने उनके विकासोन्मुख शासन, सिद्धांतों पर आधारित राजनीति और राष्ट्र सेवा के प्रति अटूट समर्पण को याद किया।
गृह मंत्री अमित शाह का भावुक संदेश: 'सुशासन की मजबूत नींव रखी'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री, भाजपा के संस्थापक सदस्य, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मूल्य-आधारित राजनीति को बढ़ावा देते हुए विकास और सुशासन की एक मजबूत नींव रखी।" उन्होंने वाजपेयी जी को एक ऐसे नेता के रूप में वर्णित किया जिन्होंने "सरकार गंवाने की नौबत आने पर भी सिद्धांतों और विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया।"
गृह मंत्री ने आगे कहा, "उनके नेतृत्व में भारत ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किए और कारगिल युद्ध में दुश्मनों को निर्णायक जवाब दिया। अपने विचारों और कार्यों से अटल जी हम सभी को राष्ट्र सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते रहेंगे। श्रद्धेय अटल जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।" शाह के शब्दों से वाजपेयी जी के देश के प्रति योगदान और उनके नेतृत्व की गहराई का पता चलता है।
स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने भी किया नमन: 'लाखों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने भी 'X' पर अटल बिहारी वाजपेयी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने वाजपेयी जी को "लाखों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत" और "सुशासन का एक आदर्श उदाहरण" बताया। नड्डा ने याद दिलाया कि कैसे वाजपेयी जी ने अपने कार्यों और विचारों से एक अमिट छाप छोड़ी है।
अटल जी का समृद्ध विरासत: सुशासन, विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा
अटल बिहारी वाजपेयी का कार्यकाल 'सुशासन' (Good Governance), 'विकास' (Development) और 'राष्ट्रीय सुरक्षा' (National Security) के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। उनके नेतृत्व में भारत ने पोखरण II परमाणु परीक्षण सफलतापूर्वक किए, जिसने दुनिया को भारत की सैन्य क्षमता का अहसास कराया। कारगिल युद्ध में पाकिस्तान को मिली करारी हार भी उनके दृढ़ नेतृत्व का परिणाम थी।
उन्होंने 'त्रिवेणी संगम' यानी सूचना, टेलीकॉम और सड़क (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास कार्यों को बढ़ावा दिया। उनकी 'सबका साथ, सबका विकास' की परिकल्पना आज भी सरकार की नीतियों का मार्गदर्शन करती है। अटल जी केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक कुशल कवि और उत्कृष्ट वक्ता भी थे, जिनके शब्द आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं।
उनकी पुण्यतिथि पर, पूरा देश उनके अद्वितीय योगदान और 'राष्ट्र प्रथम' की भावना को नमन करता है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
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