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Up Kiran, Digital Desk: भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जंग में कोटा की एसीबी स्पेशल यूनिट ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो भवानी मंडी के एक इंस्पेक्टर के लिए रिश्वत ले रहे दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब हुई जब दलाल बीस हजार रुपये नकद और डमी नोटों के साथ पकड़ा गया।

क्या है पूरा मामला 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक गोविन्द गुप्ता ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। ब्यूरो को एक पीड़ित ने शिकायत दी थी कि केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो भवानी मंडी का इंस्पेक्टर हितेश कुमार और उसका एक साथी सात नवंबर को शिकायतकर्ता के पिता को उनके घर से उठा ले गए थे।

आरोप है कि ये लोग शिकायतकर्ता के पिता को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे थे और इस एवज में तीन लाख रुपये की भारी-भरकम रिश्वत की मांग कर रहे थे।

एसीबी ने बिछाया जाल

शिकायत मिलने के बाद एसीबी स्पेशल यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकुल शर्मा ने तुरंत मामले की जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि दलाल अकरम हुसैन सचमुच तीन लाख रुपये की मांग कर रहा था।

मामला सही पाए जाने पर एसीबी की टीम ने रिश्वतखोरों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इसी दौरान ट्रैप की कार्रवाई की गई। टीम ने दलाल अकरम हुसैन को केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के इंस्पेक्टर हितेश कुमार के लिए बीस हजार रुपये असली मुद्रा और डमी नोट लेते हुए मौके पर ही पकड़ लिया।