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लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आजकल मुखर हैं। वह खुलकर अपनी बात जनता के सामने रख रहे हैं। उनकी बातें तार्किक होती हैं और वे जनता से सीधे मुखातिब होते हैं, इसलिए आम लोग राहुल से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। कल लखनऊ में राहुल गांधी ने आरक्षण, जातीय गणना, निजीकरण आदि मुद्दों पर खुलकर अपनी राय सामनर रखी। जातीय जनगणना की वकालत कहते हुए उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना आवश्यक है, ताकि पता तो लगे देश में कितने पिछड़े, दलित और आदिवासी आदि हैं।

राहुल गांधी शुक्रवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में समृद्ध भारत फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर तंज भी कैसा। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री देश को सुपर पावर बनाने की बात करते हैं, बिना 90 फीसदी लोगों के। क्या 10 फीसदी आबादी से देश को सुपर पावर बनाएंगे?

राहुल ने कहा कि पीएम कहते हैं कि संविधान को खत्म नहीं करेंगे, लेकिन  सीबीआई और ईडी का राजनीतिक इस्तेमाल, लोकतंत्र पर आक्रमण, सभी संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को रखना, नोटबंदी कर करोड़ों की जिंदगी बर्बाद करना और सेना में अग्निवीर योजना लागू करना आदि संविधान को खत्म करना नहीं है ?

किसी सियासी पार्टी या किसी राजनीतिक नेता का नाम लिए बगैर राहुल ने कहा कि राजनीति में दो तरह के लोग होते हैं। एक, बिना सच्चाई स्वीकार किये सुबह से शाम तक सत्ता के लिए दौड़ने वाले और दूसरे राजनीति को जनता की मदद करने का औजार मानने वाले।  उन्होंने कहा कि एक नेता सुबह उठकर सिर्फ यह सोचता है कि सत्ता कैसे मिलेगी। कोई नेता सुबह उठकर सूट-बूट पहनकर, वीडियो बनाता है। राहुल ने कहा कि राजनीति मेरे लिए नशा नहीं, बल्कि जनता की सेवा करने का औजार है। मैंने अपने दादी और पिता की लाश देखी है।

राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं हैं, वो राजा हैं। उन्हें संविधान, संसद और मंत्रिमंडल से कोई लेना देना नहीं है। हिंदुस्तान के संविधान में भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी, बाबा साहेब, बसवन्ना जी जैसे कई महान लोगों की सोच है। इस सोच के लिए देश के लाखों लोगों ने लड़ाई लड़ी थी।

इस दौरान राहुल गांधी कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से भी मुखातिब हुए और संवाद भी किया। प्रधान मंत्री से संवाद के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं सौ फीसदी तैयार हूं। कांग्रेस अध्यक्ष भी तैयार हैं। लेकिन जानता हूं कि पीएम संवाद नहीं करेंगे। पुरानी पेंशन के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि हम इसे बहाल करेंगे। निजीकरण के सवाल पर राहुल ने कहा कि रेलवे जैसी सार्वजनिक संस्थाओं काअंधाधुंध निजीकरण देश और जनहित के विपरीत है। 
 

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