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केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स में बड़ी राहत दी है। उन मार्गों में जहां 50% से अधिक लंबाई फ्लाईओवर, अंडरपास, पुल या सुरंग जैसी संरचनाओं की होती है, वहां अब टोल टैक्स आधा कर दिया गया है। पहले यह टैक्स सामान्य दर का दस गुणा होता था, लेकिन अब इसे पांच गुणा तक सीमित रखा गया है  ।

 नई गणना की प्रणाली

4 जुलाई 2025 की अधिसूचना के अनुसार, जिन मार्गों में संरचनाओं की अधिकता हो वहां चार्ट कुछ इस तरह होगा:

कुल संरचना की लंबाई ×10 + शेष सड़क की लंबाई; या

पूरे सेक्शन की लंबाई ×5
—इनमें से जो भी कम हो, वही लागू होगा  ।


उदाहरण के तौर पर, द्वारका एक्सप्रेसवे के 28.5 किमी हिस्से में 21 किमी फ्लाईओवर था। पहले ₹317 टैक्स लगता था, अब यह लगभग ₹153 रह गया है  ।

 कौन हैं लाभार्थी?

उन हाईवे सेक्शनों में यात्रा खर्च घटेगा जहाँ ढांचे का हिस्सा अधिक है – जैसे शहरी बाइपास और रिंग रोड्स  ।

खासतौर पर वाणिज्यिक वाहनों और भारी वाह को फायदे होंगे, लेकिन निजी कार चालक भी राहत महसूस करेंगे।


 अन्य टोल योजनाएँ

सरकार ने अगस्त 2025 से FASTag‑आधारित वार्षिक टोल पास शुरू करने की योजना बनाई है। इसमें ₹3,000 में 1 साल या 200 यात्राएँ का विकल्प मिलेगा, जिससे प्रति यात्रा का टोल घटकर लगभग ₹15 रह जायेगा, यानी प्रदर्शित 80 % तक की बचत  ।

साथ ही, 2-4 लेन से कम वाली सडक़ों पर टोल माफी और लाइफटाइम पास ₹30,000 में भी प्रस्तावित हैं 

सार-संक्षेप:

टोल टैक्स में छूट: संरचनाओं वाले हाईवे सेक्शन में आधा टैक्स = राहत।

बराबरी वाली प्रणाली: पहले 10×, अब 5×; जो भी कम, वही लागू।

FASTag पास: सालाना ₹3,000 में 200 यात्राएँ।

लंबी दूरी करने वालों के लिए बेहतर: खासकर भारी वाहन।


कुल मिलाकर राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा अब अधिक किफायती होगी, खासकर उन लोगों के लिए जो रोज-रोज या लंबे दौरों में टोल चुकाते हैं।
 

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