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Up Kiran, Digital Desk: हिमाचल प्रदेश इस समय प्रकृति के कहर का सामना कर रहा है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। सवाल यह है कि कब तक हिमाचल के लोग इस प्राकृतिक आपदा से उबर पाएंगे?

मकान ढहने से गई पांच जानें

मंगलवार को भारी बारिश के चलते प्रदेश में मकान गिरने की कई घटनाएं सामने आईं। इन हादसों में पाँच लोगों की जान चली गई। सोलन जिले के समलोह गांव में एक महिला हेमलता की मौत हो गई। उनके पति, बच्चे और वृद्ध सास को हल्की चोटें आईं। कुल्लू जिले के ढालपुर में भी एक मकान गिरने से एक महिला की जान चली गई जबकि एक पुरुष को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया।

मंडी में भूस्खलन से तीन की मौत

मंडी जिले के सुंदरनगर इलाके में मंगलवार शाम को हुए भूस्खलन में दो महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई। मृतकों में भारती नाम की महिला और उसकी ढाई साल की बेटी की पहचान हुई है। एक शव की अभी पहचान नहीं हो पाई है। बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और NDRF व पुलिस की टीमें मौके पर जुटी हुई हैं।

IMD ने जारी किया ऑरेंज और येलो अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और किन्नौर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, ऊना और बिलासपुर में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। मौसम विभाग ने इन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे अगले कुछ दिन और भी मुश्किल भरे हो सकते हैं।

सैकड़ों सड़कें और हाईवे बंद

राज्य में कुल 1,337 सड़कें बंद हो चुकी हैं। इनमें मंडी में 282, शिमला में 255, चंबा में 239 और कुल्लू में 205 सड़कें शामिल हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 3, 5, 305 और 707 भी भारी मलबे और भूस्खलन के कारण बंद हैं। शिमला-कालका और चंडीगढ़-मनाली जैसे प्रमुख मार्ग भी यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं।

स्कूल और कॉलेजों में ताले, ऑनलाइन कक्षाओं का निर्देश

शिमला, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थान बुधवार को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। यहां तक कि कोचिंग सेंटर और नर्सिंग कॉलेज भी बंद हैं। प्रशासन ने ऑनलाइन क्लासेज़ संचालित करने के निर्देश दिए हैं ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।

गांवों का टूटा संपर्क और लोगों का पलायन

मनाली के आसपास के नौ गांवों का संपर्क टूट चुका है। मनालसू नाले में आई बाढ़ के कारण मनाली-लेह मार्ग भी बंद है। कई घरों को खाली करा लिया गया है और प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मंडी शहर के पड्डल इलाके में भी भूस्खलन के चलते दो घर क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन समय रहते सभी लोग बाहर निकलने में सफल रहे।