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iran vs isreal: मध्य पूर्व में सीधी युद्ध की आशंका बढ़ गई है। बढ़ते तनाव के बीच इजराइल डिफेंस फोर्स (यहूदी फौज) ने ये घोषणा की है कि उसने ईरान के कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं। ये कार्रवाई एक अक्टूबर को ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले के जवाब में इजराइल की प्रतिक्रिया मानी जा रही है।

यहूदी फौज ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वह ईरान के सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहा है, जो ईरानी सरकार द्वारा इजराइल पर महीनों से निरंतर हो रहे हमलों का जवाब है।

ईरान की सरकार और उसके सहयोगी इजराइल पर निरंतर हमले कर रहे हैं, जिनमें ईरानी जमीन से सीधे हमले भी शामिल हैं। IDF ने जानकारी दी कि उसकी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं। वह इजराइल और अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा, वह करेगा। सेना ने कहा कि हर संप्रभु देश की तरह, इजराइल को भी जवाब देने का अधिकार है और यह उसका कर्तव्य भी है।

अमेरिका ने आत्मरक्षा की पुष्टि की

मध्य पूर्व के तनाव और इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के संदर्भ में अमेरिका ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी है। रिपोर्टों के अनुसार, इजराइल ने ईरान पर हमले से कुछ क्षण पहले अमेरिका को इसकी जानकारी दी थी। हालांकि, हाल के दिनों में यह भी कहा जा रहा है कि अमेरिका मध्य पूर्व में तनाव कम करने पर जोर दे रहा है। हाल ही में, अमेरिका ने इजराइल से अनुरोध किया था कि वह ईरान के परमाणु ठिकाने पर हमला न करे।

इसी कड़ी में इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक तस्वीर जारी की है, जिसमें वह एक बंकर में रक्षा मंत्री और IDF के जनरलों के साथ बैठक कर रहे हैं। यह बंकर तेल अवीव के किर्या मिलिट्री बेस का बताया जा रहा है। ईरान पर हमले के तुरंत बाद यह तस्वीर सामने आई है।

इजराइल द्वारा ईरान पर हमले के बारे में अमेरिका ने कहा कि यह तेल अवीव द्वारा आत्मरक्षा में उठाया गया कदम है। यह ईरानी द्वारा इजराइल पर किए गए मिसाइल हमलों का जवाब है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सावेट ने एक बयान में कहा कि सैन्य ठिकानों पर लक्षित हमला आत्मरक्षा की कार्रवाई है।

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