img

Up Kiran,Digitl Desk: शतरंज की दुनिया एक नए और रोमांचक बदलाव की गवाह बनने जा रही है। नॉर्वे शतरंज के आयोजकों ने विश्व शतरंज महासंघ (FIDE) की मंजूरी के साथ एक नई विश्व चैम्पियनशिप शुरू करने की घोषणा की है। इस नए फॉर्मेट में क्लासिक, रैपिड और ब्लिट्ज़, तीनों प्रारूपों को मिलाकर एक "संयुक्त चैंपियन" (Combined Champion) को ताज पहनाया जाएगा।

क्या है यह 'टोटल चेस' वर्ल्ड चैम्पियनशिप: इस नई चैम्पियनशिप का नाम 'टोटल चेस वर्ल्ड चैम्पियनशिप टूर' रखा गया है। इसका मकसद शतरंज के उस खिलाड़ी को खोजना है जो तीनों प्रारूपों में महारत रखता हो - तेज क्लासिकल (फास्ट क्लासिक), रैपिड और ब्लिट्ज़।

नॉर्वे शतरंज के सीईओ केल मैडलैंड ने बताया, "हम 'द टोटल चेस प्लेयर' की तलाश में हैं - एक ऐसा हरफनमौला, रणनीतिक रूप से बुद्धिमान और तकनीकी रूप से कुशल खिलाड़ी जो खेल के अलग-अलग टाइम कंट्रोल में खुद को आसानी से ढाल सके।"

इस चैम्पियनशिप के विजेता को 'FIDE वर्ल्ड कंबाइंड चैंपियन' का खिताब दिया जाएगा, जो इसे खेल के सबसे प्रतिष्ठित खिताबों में से एक बना देगा।

कैसे काम करेगा यह नया फॉर्मेट: इस टूर में हर साल दुनिया के अलग-अलग शहरों में चार टूर्नामेंट आयोजित किए जाएंगे। इन चारों टूर्नामेंटों के प्रदर्शन के आधार पर एक ओवरऑल विजेता घोषित किया जाएगा। इस टूर के लिए कम से कम 2.7 मिलियन डॉलर की वार्षिक पुरस्कार राशि रखी गई है।

इस पहल में एक नया फॉर्मेट 'फास्ट क्लासिक' भी शामिल किया गया है, जिसमें खिलाड़ी को 45 मिनट और हर चाल के लिए 30 सेकंड का अतिरिक्त समय मिलेगा। इसे भी क्लासिकल शतरंज की तरह ही रेटिंग दी जाएगी, जिससे खेल और भी तेज और दिलचस्प हो जाएगा।

FIDE ने किया समर्थन: FIDE के अध्यक्ष अर्काडी ड्वोरकोविच ने इस नई पहल का पुरजोर समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "हम हमेशा शतरंज को और बेहतर बनाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं। यह पारंपरिक विश्व शतरंज चैम्पियनशिप के साथ एक बेहतरीन जुड़ाव होगा और प्रशंसकों के लिए और भी अधिक उत्साह पैदा करेगा।"

इस नई चैम्पियनशिप का एक पायलट टूर्नामेंट 2026 में आयोजित करने की योजना है, और इसका पहला पूर्ण चैम्पियनशिप सीज़न 2027 में शुरू होगा। यह शतरंज के प्रशंसकों के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जहाँ अब केवल एक प्रारूप का नहीं, बल्कि तीनों प्रारूपों का एक ही बादशाह होगा।