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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान में सेना की सुरक्षा व्यवस्था पर एक और गंभीर सवाल उठ खड़ा हुआ है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बन्नू जिले के मुमंद खेल इलाके में शनिवार रात एक ड्रोन रिहायशी इलाके में गिर गया। इस हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया।

यह घटना उस समय हुई जब बच्चे आसपास खेल रहे थे और अचानक ड्रोन का शिकार बन गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा। लेकिन तब तक तीन बच्चों की जान जा चुकी थी। अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की है कि घायल बच्चा अब खतरे से बाहर है, जबकि मारे गए बच्चों के शव को शवगृह में रखा गया है।

घटना ने इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि रिहायशी इलाके में ड्रोन कैसे उड़ रहा था और इस हादसे के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए।

सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया और जांच शुरू कर दी, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि ड्रोन सैन्य था या किसी अन्य एजेंसी से जुड़ा हुआ। हालांकि, ऐसी घटनाएं पाकिस्तान सेना की कार्यप्रणाली और नागरिक सुरक्षा के प्रति उसकी उदासीनता को उजागर करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकवाद और अस्थिरता से जूझ रहे पाकिस्तान में अब सबसे बड़ा खतरा उसकी अपनी सेना से है, जो सुरक्षा के नाम पर या फिर "तकनीकी हादसों" के बहाने मासूम जिंदगियों को कुचल रही है।