
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के विकास को एक नई दिशा देने और उसकी गति तेज करने के लिए एक महत्वपूर्ण सुझाव आया है। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) के सदस्य देशों के साथ बेहतर समन्वय और सहयोग से राज्य की आर्थिक तरक्की को नई उड़ान मिल सकती है।
उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बैठक में बताया कि आंध्र प्रदेश, जो बंगाल की खाड़ी के पास स्थित है, इस क्षेत्रीय संगठन के साथ सहयोग करके अपनी भौगोलिक स्थिति का भरपूर लाभ उठा सकता है। BIMSTEC देशों के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्ते, निवेश को बढ़ावा, पर्यटन का विकास और बेहतर कनेक्टिविटी, ये सभी राज्य की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण इंजन साबित हो सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने विशेष रूप से राज्य के विशाल तटीय क्षेत्रों और रणनीतिक बंदरगाहों की क्षमता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 'ब्लू इकोनॉमी' (समुद्री अर्थव्यवस्था) के अवसरों का लाभ उठाने, समुद्री व्यापार को बढ़ावा देने और तटीय पर्यटन को विकसित करने से आंध्र प्रदेश को एक बड़ी आर्थिक छलांग लगाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे BIMSTEC सदस्य देशों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ें और उन क्षेत्रों की पहचान करें जहाँ सहयोग की अपार संभावनाएं हैं। उनका जोर इस बात पर था कि केवल योजनाएं न बनाएं, बल्कि ठोस पहलें करें ताकि इन अवसरों को वास्तविकता में बदला जा सके।
यह पहल आंध्र प्रदेश को क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। BIMSTEC के माध्यम से बेहतर समन्वय और व्यापारिक रिश्ते न केवल राज्य के विकास को गति देंगे, बल्कि भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति को भी मजबूत करेंगे।
--Advertisement--