
Up Kiran, Digital Desk: देश की मिर्च राजधानी कहे जाने वाले कर्नाटक के बल्लारी जिले के किसानों के लिए शुक्रवार का दिन एक नई सौगात लेकर आया. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यहां एक अत्याधुनिक 'स्पाइस प्रोसेसिंग एंड वैल्यू एडिशन सेंटर' का उद्घाटन किया, जिसका सीधा फायदा मिर्च उगाने वाले हजारों किसानों को मिलेगा.
यह सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं, बल्कि किसानों की मेहनत को सही मूल्य दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इस सेंटर की सबसे खास बात यह है कि यह 100% किसान-स्वामित्व वाला है, यानी इसका पूरा फायदा बिचौलियों को नहीं, बल्कि सीधे अन्नदाता को मिलेगा.
क्या बदलेगा इस सेंटर से: अब तक बल्लारी के किसान अपनी मिर्च को सीधे मंडियों में बेचते थे, जहां उन्हें सही दाम नहीं मिल पाता था. लेकिन अब इस सेंटर में वे अपनी मिर्च की प्रोसेसिंग करवा सकेंगे. यहां मिर्च को साफ करने, उसकी ग्रेडिंग करने, और उसे पाउडर या अन्य उत्पादों में बदलने की सुविधा होगी. इससे उनकी फसल की कीमत बढ़ेगी और मुनाफा कई गुना हो जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मौके पर कहा, "यह सेंटर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' और किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है." उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए केंद्र सरकार की किसान उत्पादक संगठन (FPO) योजना के तहत 3.75 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी गई है.
यह सेंटर हर दिन 25 टन मिर्च की प्रोसेसिंग कर सकता है, जिससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि इलाके में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
किसानों के चेहरे पर लौटी मुस्कान: इस सेंटर के खुलने से स्थानीय किसानों में खुशी की लहर है. उन्हें उम्मीद है कि अब उनकी मेहनत का सही फल मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. यह पहल दिखाती है कि कैसे तकनीक और सही सरकारी योजनाओं के तालमेल से किसानों की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है.