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Up Kiran, Digital Desk: उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री राजमार्ग पर बसे छोटे से गांव झाला में अब सफाई केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं रही। यहां ‘थैंक यू नेचर’ अभियान के ज़रिए लोगों ने खुद अपने गांव को साफ-सुथरा रखने की कमान संभाल ली है। पंचायत और युवा कल्याण विभाग की इस पहल को जब जिला प्रशासन का भी साथ मिला, तो यह केवल एक अभियान नहीं, एक जनांदोलन बन गया।

प्लास्टिक कचरा नहीं, अब रिसाइक्लिंग सेंटर का रास्ता
खंड विकास अधिकारी के निर्देश पर गांव में कचरा गाड़ी और सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई। वहीं, नगर पंचायत के स्टाफ ने भी अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सबसे खास बात यह रही कि गांव से इकट्ठा किया गया प्लास्टिक कचरा अब सीधा रिसाइक्लिंग सेंटर भेजा जा रहा है, जिससे पर्यावरण को होने वाले नुकसान में कमी लाई जा सके।

जनता, प्रशासन और पंचायत – जब एक मंच पर आए सब
ग्राम प्रधान अभिषेक रौतेला का मानना है कि जब गांव के लोग, पंचायत और प्रशासन मिलकर काम करते हैं, तो परिणाम अपने आप दिखने लगते हैं। उनका कहना है कि 'थैंक यू नेचर' अब सिर्फ एक सरकारी मुहिम नहीं, बल्कि गांव वालों के दिल की आवाज़ बन चुका है।

जल्द ही होगा ‘मॉडल विलेज’ का सपना साकार
अभिषेक रौतेला ने जिलाधिकारी से गांव को ‘मॉडल विलेज’ के रूप में विकसित करने का आग्रह किया, जिस पर सकारात्मक जवाब भी मिला है। डीएम ने गांव के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। ग्राम प्रधान का कहना है कि प्रशासन के साथ आने से अब इस अभियान को नई रफ्तार मिल गई है और जल्द ही झाला गांव को एक स्वच्छता मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।