
Up Kiran, Digital Desk: मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम मंगलवार से भारत के आठ दिवसीय राजकीय दौरे पर हैं. इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान वह वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और अयोध्या, तिरुपति जैसे पवित्र तीर्थ स्थलों का भी दौरा करेंगे.
रामगुलाम इस कार्यकाल में पहली बार किसी द्विपक्षीय यात्रा पर विदेश आए हैं.
वाराणसी में होगी मोदी से अहम बैठक: विदेश मंत्रालय (MEA) के अनुसार, पीएम रामगुलाम बुधवार को मुंबई में एक व्यावसायिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद विशेष विमान से वाराणसी के लिए रवाना होंगे, जहां वह 10 से 12 सितंबर तक रहेंगे. इसी दौरान वाराणसी में उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी.
विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक, मॉरीशस के नेता अपनी वाराणसी यात्रा के दौरान प्रसिद्ध गंगा आरती में भी शामिल होंगे. 12 सितंबर की सुबह शहर से रवाना होने से पहले वह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे.
अयोध्या, तिरुपति और दिल्ली का भी करेंगे दौरा
वाराणसी के बाद, मॉरीशस के प्रधानमंत्री 12 सितंबर को अयोध्या के लिए रवाना होंगे. इसके बाद वह 13 और 14 सितंबर को देहरादून में कार्यक्रमों में शामिल होंगे और 15 सितंबर को तिरुपति का दौरा करेंगे.
अपने दौरे के अंतिम चरण में, 16 सितंबर को वह दिल्ली में राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और राजघाट व सदैव अटल पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. वह नए संसद भवन का भी दौरा करेंगे.
क्यों खास है यह यात्रा?
भारत और मॉरीशस के बीच रिश्ते बेहद खास और गहरे हैं, जिनकी जड़ें साझा इतिहास, संस्कृति और लोगों से जुड़ी हुई हैं. हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी के रूप में, मॉरीशस भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी' और विजन 'महासागर' (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और समग्र उन्नति) में एक विशेष स्थान रखता है.
यह यात्रा इस साल मार्च में प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस यात्रा के बाद हो रही है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थायी संबंधों को और आगे बढ़ाना है.