
Up Kiran, Digital Desk: विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी तिरुपति में यात्रियों, विशेषकर महिलाओं, बच्चों और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पुलिस ने एक शानदार पहल की है। तिरुपति पुलिस ने शहर के सभी ऑटो-रिक्शा के लिए एक "स्मार्ट आईडी कार्ड" सिस्टम शुरू किया है, जिसमें एक QR कोड लगा होगा।
इस नई व्यवस्था के तहत, हर ऑटो को एक यूनिक नंबर और एक QR कोड दिया जा रहा है। यह QR कोड ड्राइवर की सीट के ठीक पीछे लगाया जाएगा, ताकि यात्री इसे आसानी से देख सकें और स्कैन कर सकें।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?
जब कोई यात्री ऑटो में बैठेगा, तो वह अपने स्मार्टफोन से इस QR कोड को स्कैन कर सकता है। स्कैन करते ही यात्री के मोबाइल पर ऑटो चालक का नाम, उसकी फोटो, फोन नंबर, गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और वह किस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है, यह सारी जानकारी तुरंत उपलब्ध हो जाएगी। यात्री इस जानकारी को तुरंत अपने परिवार या दोस्तों के साथ व्हाट्सएप या किसी अन्य माध्यम से साझा कर सकते हैं।
तिरुपति के एसपी (पुलिस अधीक्षक) कृष्ण कांत पटेल ने इस पहल की जानकारी देते हुए बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य अपराध को रोकना और यात्रियों में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना है। उन्होंने कहा, "यह कदम यात्रियों और ऑटो चालकों के बीच विश्वास कायम करेगा। अगर कोई यात्री अपना सामान ऑटो में भूल जाता है या ड्राइवर के गलत व्यवहार की कोई घटना होती है, तो इस QR कोड की मदद से पुलिस कुछ ही मिनटों में ऑटो का पता लगा सकती है।"
यह पहल 'अपराध-मुक्त तिरुपति' बनाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस ने शहर के ऑटो की पहचान कर उन्हें ये स्मार्ट आईडी कार्ड जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे अब तिरुपति में ऑटो का सफर पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित और पारदर्शी हो जाएगा।
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