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Up Kiran, Digital Desk: बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा की दर्दनाक मौत ने ओडिशा की राजनीति में हलचल मचा दी है। यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद न्याय की गुहार लगाती छात्रा ने जब कॉलेज प्रांगण में खुद को आग लगा ली, तब शायद किसी ने नहीं सोचा था कि ये घटना राज्यव्यापी विरोध का कारण बनेगी। मगर तीन दिन तक ज़िंदगी से लड़ने के बाद छात्रा की मौत ने हालात बदल दिए। अब इस दुखद घटना के विरोध में आज प्रदेश भर में बंद का असर देखा जा रहा है।

इस बंद का नेतृत्व कांग्रेस कर रही है और उसे अन्य सात विपक्षी दलों, जिनमें वामपंथी दल भी शामिल हैं, उसका समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास ने इस मुद्दे को महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा राज्य सरकार का फेलियर बताते हुए कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ न्याय के लिए नहीं बल्कि पूरे सिस्टम की जवाबदेही तय करने की है।

बालासोर की घटना: दर्द, ग़ुस्सा और असंवेदनशीलता का मिला-जुला चेहरा

फकीर मोहन कॉलेज में बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा ने एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। शिकायत पर उचित कार्रवाई न होने से आहत होकर उसने शनिवार को कॉलेज परिसर में खुद को आग लगा ली। 95 प्रतिशत तक जल चुकी यह छात्रा आखिरकार सोमवार रात एम्स-भुवनेश्वर में जिंदगी की जंग हार गई। मामले ने तूल पकड़ा तो कॉलेज के प्रिंसिपल और शिक्षा विभाग के प्रमुख अधिकारी को हिरासत में ले लिया गया।

जनता से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गूंजा मामला

छात्रा की मौत के बाद विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि राज्य की प्रशासनिक मशीनरी संवेदनहीन हो चुकी है और महिलाओं की शिकायतों पर कान देने के बजाय उन्हें नजरअंदाज किया जाता है। कांग्रेस का कहना है कि इस विरोध का उद्देश्य सिर्फ एक छात्रा के लिए न्याय मांगना नहीं, बल्कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना भी है।

आज का ओडिशा बंद: क्या खुला, क्या बंद

राज्य के विभिन्न हिस्सों में आज सुबह से बंद का असर दिख रहा है।

बंद के चलते जिन सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना है:

सार्वजनिक परिवहन: बालासोर, कटक और भुवनेश्वर जैसे शहरों में निजी और सरकारी बसें सड़कों से गायब हैं।

शैक्षणिक संस्थान: स्कूल-कॉलेजों में उपस्थिति लगभग न के बराबर है, हालांकि कुछ जगहों पर आधिकारिक आदेश अब तक जारी नहीं हुआ।

दुकानें और बाज़ार: व्यावसायिक प्रतिष्ठान, खुदरा बाजार और छोटी दुकानें बंद रखी गई हैं।

सरकारी कार्यालय: कर्मचारियों की अनुपस्थिति के कारण कामकाज प्रभावित हो सकता है।

हालांकि कुछ सेवाएं सामान्य रूप से चालू रहेंगी

हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर: अस्पताल, फार्मेसियां और एंबुलेंस सेवाएं बाधित नहीं होंगी।

आवश्यक आपूर्ति: दूध, पेट्रोल और अन्य जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेंगी।

रेल यातायात: ट्रेनों का संचालन सामान्य रहेगा, मगर स्टेशनों पर विरोध प्रदर्शन के कारण कुछ असुविधा संभव है।

 

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