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Up Kiran, Digital Desk: चिकनगुनिया वायरस दुनिया के कई हिस्सों में फिर से पैर पसार रहा है। अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने बढ़ते मामलों को देखते हुए कई देशों के लिए यात्रा अलर्ट जारी किए हैं। खास तौर पर, चीन में इस वायरस का सबसे बड़ा प्रकोप देखा गया है, जहाँ 7,000 से ज़्यादा मामले सामने आए हैं।

इस साल एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में चिकनगुनिया के लगभग 2.4 लाख मामले सामने आए हैं, जिनमें 90 मौतें शामिल हैं। चीन के दक्षिणी ग्वांगडोंग प्रांत में जून 2025 से अब तक 7,000 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। हांगकांग में भी चिंताएँ बढ़ गई हैं, जहाँ 2019 के बाद इसका पहला मामला सामने आया था।

इस बढ़ते संक्रमण के कारण, सीडीसी ने लेवल-2 यात्रा स्वास्थ्य नोटिस जारी किया है, जिसमें यात्रियों से अतिरिक्त सावधानी बरतने को कहा गया है। इनमें चीन, बोलीविया, श्रीलंका, मेडागास्कर जैसे देश शामिल हैं। सीडीसी ने अमेरिकी यात्रियों को भारत, ब्राज़ील, मैक्सिको और पाकिस्तान जैसे देशों की यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतने की भी सलाह दी है।

संयुक्त राज्य अमेरिका में, चिकनगुनिया का संक्रमण आमतौर पर यात्रा से लौटे लोगों में पाया जाता है। सीडीसी के अनुसार, 2006 से 2013 के बीच हर साल औसतन 28 लोग इस वायरस से संक्रमित हुए। 2024 में 199 और 2025 में अब तक 46 मामले सामने आ चुके हैं। सीडीसी ने कहा कि 2019 के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थानीय रूप से प्रसारित कोई भी मामला सामने नहीं आया है, जो थोड़ी राहत की बात है।

चिकनगुनिया का उपचार और रोकथाम

अभी तक कोई टीका नहीं है, इसलिए मच्छरों से खुद को बचाना ही इससे बचाव का मुख्य उपाय है। पूरे कपड़े पहनना, मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करना और उन जगहों से बचना ज़रूरी है जहाँ मच्छर पनप सकते हैं।

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