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Up Kiran Digital Desk: एआईएमआईएम के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार से आतंकवाद के विरुद्ध कठोर और निर्णायक कदम उठाने की मांग की है। रविवार को अपने दो दिवसीय चुनावी दौरे पर दरभंगा पहुंचे ओवैसी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि "अब वक्त है कि पाकिस्तान को उसकी हरकतों का माकूल जवाब दिया जाए।"

सर्वदलीय एकता और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग

ओवैसी ने बताया कि हालिया सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने एकजुट होकर सरकार से कहा कि वह इस हमले के खिलाफ कड़ा रुख अपनाए, पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाए और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए निर्णायक रणनीति बनाए।

उन्होंने कहा, "हम सभी दल सरकार के हर मजबूत और साहसिक फैसले के साथ हैं। अब आतंकवाद के खिलाफ केवल बयानबाज़ी नहीं, एक्शन जरूरी है।"

पहलगाम से लेकर 26/11 तक: ओवैसी ने गिनाए हमले

एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि आतंकवाद का चेहरा आज भी उतना ही घिनौना और खतरनाक है, जितना वह 26/11 के मुंबई हमले के समय था। उन्होंने कहा कि चाहे 26/11 का मुंबई हमला हो, पठानकोट एयरबेस पर हमला हो, पुलवामा की दिल दहला देने वाली घटना हो या फिर हाल ही में वैष्णो देवी के पास पुलिसकर्मियों की हत्या—ये सभी घटनाएं एक ही सच्चाई दिखाती हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद भारत की संप्रभुता के लिए सबसे बड़ा खतरा है।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद की ज़रूरतें

ओवैसी ने सरकार की पिछली सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक की भी चर्चा की और कहा कि देश इन कार्रवाइयों को भूल नहीं सकता। लेकिन उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ और ज्यादा सख्त, ठोस और लगातार कदम उठाए। पाकिस्तान को यह साफ संदेश जाना चाहिए कि भारत किसी भी कीमत पर अपने नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।

दरभंगा में असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान ऐसे समय आया है जब देशभर में आतंकवादी घटनाओं पर चिंता गहराती जा रही है। सर्वदलीय एकजुटता और राजनीतिक समर्थन की मौजूदगी केंद्र सरकार के लिए एक साहसिक कार्रवाई का अवसर बन सकती है। 

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