img

Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद अपनी पहली मंत्रिपरिषद की बैठक की, जिसमें देश की रक्षा तैयारियों और स्वदेशी क्षमताओं पर खास तौर पर चर्चा हुई। इस बैठक में, प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए स्वदेशी हथियारों और उपकरणों की जमकर प्रशंसा की।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि इन स्वदेशी हथियारों ने ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि भारत रक्षा प्रौद्योगिकी और उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है। उनका यह बयान 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र को प्राथमिकता देने की सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

बैठक में मौजूद मंत्रियों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने रक्षा क्षेत्र में नवाचार और घरेलू विनिर्माण को और बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी क्षमताओं को मज़बूत करना न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक मज़बूत रक्षा उद्योग के विकास और रोज़गार सृजन में भी सहायक है।

'ऑपरेशन सिंदूर' के विवरण या प्रकृति के बारे में सीधे तौर पर बहुत कुछ नहीं कहा गया, लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में इसका उल्लेख करना और विशेष रूप से स्वदेशी हथियारों की प्रशंसा करना इस बात का संकेत है कि यह ऑपरेशन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था और इसमें भारतीय निर्मित उपकरणों की क्षमता साबित हुई।

इस बैठक ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता का जश्न मनाया और भविष्य में रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता और स्वदेशीकरण की दिशा में सरकार के फोकस को स्पष्ट किया।

--Advertisement--