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कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 21 अप्रैल 2025 को 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन की खबर ने विश्व भर में शोक की लहर दौड़ा दी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक भावुक पोस्ट के जरिए अपनी संवेदनाएं साझा कीं। पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के साथ अपनी मुलाकात की यादगार तस्वीरें भी साझा कीं, जो उनके मानवतावादी कार्यों और सादगी की झलक दिखाती हैं।

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पोस्ट में पोप फ्रांसिस को करुणा, विनम्रता और सेवा भावना का प्रतीक बताया। उन्होंने लिखा कि पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस मुश्किल समय में मैं दुनिया भर के कैथोलिक समुदाय के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। वे करोड़ों लोगों के लिए सादगी, आध्यात्मिक साहस और मानवता के प्रतीक बने रहेंगे।

मोदी ने पोप के जीवन को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि पोप फ्रांसिस ने बचपन से ही प्रभु यीशु मसीह के रास्ते को अपनाया और जरूरतमंदों की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने दुखी लोगों को उम्मीद की किरण दिखाई। पीएम की यह श्रद्धांजलि न केवल पोप के योगदान को रेखांकित करती है, बल्कि उनके वैश्विक असर को भी उजागर करती है।

बता दें कि पोप फ्रांसिस का असली नाम जॉर्ज मारियो बेरगोलियो था। उनका जन्म अर्जेंटीना में हुआ था। वे पहले गैर-यूरोपीय पोप थे, जिन्होंने 2013 में कैथोलिक चर्च की कमान संभाली। उनके कार्यकाल में उन्होंने सेवा, समानता और मानवता की ऐसी मिसाल कायम की, जिसने उन्हें विश्व भर में सम्मान दिलाया।