
Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत की तकनीकी महत्वाकांक्षाओं को एक नई दिशा देते हुए यह विश्वास जताया है कि देश 5G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी भविष्य की तकनीकों के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व (global leadership) करने के लिए पूरी तरह तैयार है। उनका यह बयान न केवल भारत के तकनीकी सामर्थ्य को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब केवल इन तकनीकों का उपभोक्ता (consumer) नहीं, बल्कि विकासकर्ता (developer) और निर्यातक (exporter) बनने की ओर अग्रसर है।
तकनीक का नया युग, भारत की बड़ी छलांग
पीएम मोदी के अनुसार, भारत 5G, AI और IoT के क्षेत्र में न केवल अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
5G तकनीक भारत में संचार के तरीके को पूरी तरह से बदल देगी, जिससे स्मार्ट सिटी (smart cities), स्मार्ट ग्रिड (smart grids), डिजिटल स्वास्थ्य (digital health), और स्मार्ट परिवहन (smart transportation) जैसे क्षेत्रों में क्रांति आएगी। यह तेज गति और कम विलंबता (low latency) के साथ कनेक्टिविटी को अभूतपूर्व स्तर पर ले जाएगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), जिसे 'भविष्य की तकनीक' कहा जा रहा है, भारत के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ease of doing business), शिक्षा (education), स्वास्थ्य सेवा (healthcare), कृषि (agriculture), और शासन (governance) जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुधार ला सकता है।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), जो अरबों उपकरणों को आपस में जोड़कर डेटा-संचालित निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है, भारत को अधिक कुशल और उत्पादक बनाएगा।
'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' का शक्तिशाली संगम
प्रधानमंत्री का यह विजन भारत की 'डिजिटल इंडिया' (Digital India) और 'मेक इन इंडिया' (Make in India) जैसी महत्वपूर्ण पहलों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। पीएम मोदी का मानना है कि भारत का युवा, तकनीकी रूप से कुशल कार्यबल (skilled workforce) इन तकनीकों को अपनाने और उनमें नवाचार (innovation) करने की अद्भुत क्षमता रखता है। सरकार इस दिशा में अनुसंधान और विकास (R&D) में निवेश बढ़ा रही है, तकनीकी स्टार्टअप्स को बढ़ावा दे रही है, और आवश्यक बुनियादी ढांचा (infrastructure) विकसित कर रही है ताकि देश इस तकनीकी दौड़ में आगे रह सके।
वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती धाक
इन अत्याधुनिक तकनीकों में भारत का नेतृत्व न केवल देश की अर्थव्यवस्था (economy) को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक मंच (global stage) पर इसकी स्थिति को भी और ऊँचा उठाएगा। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि भारत नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं है, और भविष्य के तकनीकी विकास में एक निर्णायक भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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