जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद सेना के जवानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सेना के जवान आतंकियों की धरपकड़ के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चला रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल पांच आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है, जिनमें तीन पाकिस्तानी और दो कश्मीरी शामिल हैं।
सुरक्षा बलों ने बांदीपुरा में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस और सेना ने तलाशी अभियान शुरू किया
गुरुवार को भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के साथ पुंछ के लसाना वन क्षेत्र में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। पुलिस और एसओजी के जवान जंगलों और पहाड़ों में आतंकियों की तलाश कर रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल पांचों आतंकवादियों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है। सुरक्षा बलों ने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में लश्कर-ए-तैयबा के चार सक्रिय कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है।
पाकिस्तान के वरिष्ठ राजदूत को तलब किया गया
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए तथा अनेक घायल हो गए। इसके बाद, भारत सरकार ने बुधवार को पाकिस्तान के शीर्ष दूत साद अहमद वराइच को तलब किया और उन्हें औपचारिक रूप से 'अवांछित व्यक्ति' घोषित कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की आपात बैठक हुई। यह बैठक दो घंटे तक चली। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा अन्य वरिष्ठ मंत्री उपस्थित थे। इस बैठक में आतंकी हमले को गंभीरता से लेते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
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