img

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी के शांत मैदानों में एक भयानक आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए। इनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। इस हमले में कई अन्य घायल हो गए, जिसने कश्मीर के सबसे खूबसूरत स्थलों में से एक की शांति को भंग कर दिया, जिसे अक्सर भारत का "मिनी-स्विट्जरलैंड" कहा जाता है। ये भयानक हमला अनंतनाग जिले के सुदूर ऊंचाई वाले क्षेत्र में हुआ। ये एक ऐसा स्थान जहाँ केवल ट्रेकिंग या घोड़े की पीठ पर ही पहुँचा जा सकता है।

भूभाग ने तत्काल बचाव अभियान को एक दुःस्वप्न बना दिया, मगर हवाई निकासी के लिए हेलीकॉप्टरों को भेजा गया। तो वहीं बहादुर स्थानीय निवासियों ने घायलों को खड़ी पगडंडियों से नीचे उतारने के लिए टट्टुओं के साथ कदम बढ़ाया। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भयानक घटना के मद्देनजर सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही छोड़कर बीती रात्रि को भारत के लिए रवाना हो गए।

पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों में बेंगलुरु निवासी भी शामिल, परिवार के साथ कश्मीर घूमने गया था

विनाशकारी पहलगाम आतंकी हमले में एक और व्यक्ति की जान चली गई, जिसकी पहचान मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले बेंगलुरु निवासी मधुसूदन के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मधुसूदन तीन दिन पहले ही अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने कश्मीर गए थे, ताकि घाटी की खूबसूरती का लुत्फ उठा सकें। ये एक शांतिपूर्ण छुट्टी थी लेकिन एक त्रासदी में बदल गई जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। जानकारी के अनुसार, मधुसूदन हाल के वर्षों में बेंगलुरु में बस गए थे।

पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले के बाद अनंतनाग पुलिस ने पर्यटकों की सहायता और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक समर्पित हेल्प डेस्क स्थापित किया है। इस पहल का उद्देश्य प्रभावित लोगों या अपने प्रियजनों के बारे में अपडेट चाहने वालों को समय पर सहायता प्रदान करना है। अधिकारियों ने अनंतनाग हेल्प डेस्क के लिए दो संपर्क नंबर जारी किए हैं- 9596777669 और 01932-225870 - साथ ही 9419051940 पर एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन भी जारी की है। 
 

--Advertisement--