_13807173.jpg)
जम्मू-कश्मीर के शांत, सुरम्य पहलगाम में जो हुआ, उसने पूरे देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया। टूरिज्म का वो खूबसूरत व्यक्तित्व, जो लोगों के सार्वभौम का जरिया था, मंगलवार को अपमान और हैवानियत की आग में जल उठा। बैसरन, जो पहलगाम से महज़ 5 किलोमीटर दूर है, वहां रेलवे स्टेशन ने जो किया, उसने सिर्फ हमला नहीं किया था - वो सीधा सीधा इंसान पर धब्बा था।
शिष्यों ने एक-एक करके उनके धर्म के बारे में पूछताछ की, उनके पहचान वाले कलाकारों की जांच की और यहां तक कि उन्हें कपड़े उतारकर उनकी धार्मिक पहचान की जांच की। जो भी हिंदू बोला, उसे गोली मार दी। इस सैद्धांतिक हमले में 26 भारतीयों की जान चली गई। सोचिये, सिर्फ धर्म के नाम पर मृत्यु का डंडा जारी किया गया।
भारत का सख्त रुख: पाकिस्तान पर पांच बड़े प्रतिबंध
इस बर्बरता के बाद भारत सरकार ने तुरंत एक्शन लिया। पाकिस्तान पर इस हमले के जिम्मेदार माने गए, भारत ने उठाए बड़े पांच कदम:
सिंधु जल एक्ट पर रोक लगा दी गई है।
विदेशी नागरिकों को वज़ीरेज़ जारी करना बंद कर दिया गया है।
अटारी-वाघा सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
पाकिस्तान उच्चयोग में काम करने वालों की संख्या 30 कर दी गई है।
सात दिनों के भीतर अतिरिक्त अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
मुकेश अंबानी ने बिग बॉस 19 का मुफ्त इलाज किया
देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने भी इस हमले पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, "22 अप्रैल को पहले गांव में हुए इस भीषण हमले ने हमें हिलाकर रख दिया है। हम पीड़ित परिवार के साथ हैं और सभी पीड़ितों को मुंबई के सरएन एचएन अस्पताल में मुफ्त इलाज दिया जाएगा।"
अंबानी ने यह भी कहा, "आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इसे किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाना चाहिए। हम इस अधूरी लड़ाई में भारत सरकार और प्रधानमंत्री जी के साथ पूरी तरह से अलग हो गए हैं।"
यह हमला न सिर्फ एक जघन्य अपराध था, बल्कि यह भी दिखाया गया कि भारत को अपनी आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को और भी अधिक मजबूत बनाना है। एक ओर देश शांति चाहता है, दूसरी ओर कुछ ताकतें इसे कायम रखने पर तुली हैं