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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने शनिवार को साफ कर दिया कि टीम घरेलू टेस्ट मैचों में स्पिनिंग पिचों पर ही जोर देगी। मसूद ने बताया कि इंग्लैंड के खिलाफ पिछले संघर्ष के बाद, यह रणनीति ही उनके लिए सबसे असरदार साबित हुई है। आगामी सीरीज़ में पाकिस्तान दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ इसी पिच प्रकार पर खेलने का निर्णय लेगा।
लाहौर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मसूद ने कहा कि मैच जीतने के लिए टीम का प्राथमिक लक्ष्य 20 विकेट लेना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सपाट पिचों पर दोनों टीमों के 600 रन बनाने और ड्रॉ मैच होने का जोखिम रहता है। इसलिए, विकेट लेने वाली पिच बनाना जरूरी है, चाहे इसके लिए रन छोड़ने पड़े।
मसूद ने यह भी बताया कि बल्लेबाजों को बड़ी पारी खेलने का दबाव नहीं रहेगा। उनका फोकस योगदान पर होगा, चाहे वह 30, 50 या कोई शतक हो। उन्होंने बाबर आज़म और सलमान आगा जैसे खिलाड़ियों के फॉर्म की चिंता कम जताई और कहा कि टीम प्रदर्शन और प्रभाव पर ध्यान दे रही है।
पिछले साल इंग्लैंड दौरे के बाद यह निर्णय लिया गया था कि घरेलू पिचें धीमी और स्पिनर के लिए मददगार हों। इसका मकसद घरेलू मैदान पर बेहतर परिणाम हासिल करना था। मसूद ने बताया कि यह रणनीति सफल रही है और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सफल टीमों ने इसी तरीके से घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाया है।
उन्होंने कहा, "हम अपने घरेलू मैदान पर ऐसी परिस्थितियाँ बनाएंगे जहाँ हमारी टीम का दबदबा होगा। विरोधी टीमों की तुलना में हमारी टीम यहां ज्यादा अभ्यस्त होगी।" यह रणनीति टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अगले दौर में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करेगी।